पीयूष गोयल के ट्रेड डील पर कड़े बयान के बीच लुढ़का बाजार, सेंसेक्स-निफ्टी में गिरावट, जानें क्या है वजह
Stock Market Today: NSE का मानक सूचकांक निफ्टी 96.25 अंक यानी 0.37% गिरकर 25,795.15 अंक पर बंद हुआ. इसके 50 में से 34 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई.

Stock Market News: हफ्ते के आखिरी दिन शुक्रवार 25 अक्टूबर को भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ. विदेशी पूंजी की निकासी और बैंकों व FMCG शेयरों में मुनाफावसूली की वजह से घरेलू शेयर बाजार लगातार छह कारोबारी सत्रों की तेजी के बाद यह गिरावट आई है. BSE पर 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 344.52 अंक यानी 0.41% टूटकर 84,211.88 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 599.25 अंक की गिरावट के साथ 83,957.15 अंक तक चला गया था.
HUL के शेयर में बड़ी गिरावट
वहीं, NSE का मानक सूचकांक निफ्टी 96.25 अंक यानी 0.37% गिरकर 25,795.15 अंक पर बंद हुआ. इसके 50 में से 34 शेयरों में गिरावट देखी गई. सेंसेक्स समूह की कंपनियों में हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) के शेयर में सबसे अधिक 3.20% की गिरावट आई. इसके अलावा अल्ट्राटेक सीमेंट, कोटक महिंद्रा बैंक, अडानी पोर्ट्स, टाइटन, HDFC बैंक और एक्सिस बैंक के शेयर भी नुकसान में रहे. दूसरी ओर, भारती एयरटेल, ICICI बैंक, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और सन फार्मा के शेयर लाभ में रहे.
छह सत्रों की लगातार तेजी के बाद बाजार में आई इस गिरावट के पीछे ऊंचे स्तरों पर मुनाफावसूली के साथ-साथ अमेरिका के साथ व्यापार समझौते को लेकर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की टिप्पणी का भी असर देखने को मिला. उन्होंने जर्मनी में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत जल्दबाजी में कोई सौदा नहीं करता है और न ही दबाव में आकर समझौते करता है.
क्या कहते हैं जानकार?
बाजार में आई इस गिरावट के बाद एनरिच मनी के सीईओ पोनमुडी आर. का कहना है कि पीयूष गोयल की इस टिप्पणी से इंडिया-यूएस ट्रेड डील के जल्द संपन्न होने की उम्मीदें कमजोर पड़ीं. इससे सप्ताह के शुरू में आई तेजी के बाद सभी सेक्टरों में मुनाफावसूली देखने को मिली.
दूसरी तरफ, एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि यूरोपीय बाजारों में मिला-जुला रुख रहा. अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को सकारात्मक दायरे में बंद हुए थे. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के शोध प्रमुख (धन प्रबंधन) सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि निफ्टी 96 अंक की गिरावट के साथ 25,795 अंक पर बंद हुआ, जिससे छह सत्रों की तेजी थम गई. रूसी तेल कंपनियों पर अमेरिकी प्रतिबंधों और निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली के चलते बाजार पर दबाव रहा.
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