RBI के पोर्टल से भी सीधे खरीदें गोल्ड बॉन्ड, आज है Sovereign Gold Bond की आखिरी तारीख, क्या आपने पैसा लगाया
Sovereign Gold Bond on RBI: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जानकारी दी है कि अब उसके नए पोर्टल पर भी गोल्ड बॉन्ड की खरीदारी की जा सकती है. आज सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2021-22 की आखिरी तारीख भी है.
Sovereign Gold Bond on RBI: देश के केंद्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक ने कल ही एक नोटिफिकेशन में कहा है कि डिजिटल गोल्ड की खरीदारी अब आरबीआई के नए पोर्टल से भी की जा सकती है. नियमों के मुताबिक अभी तक गोल्ड बॉन्ड को तमाम कमर्शियल बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), निर्धारित डाकघरों और स्टॉक एक्सचेंज के जरिये ही बेचा जाता था. लेकिन अब इच्छुक इंवेस्टर्स इसे आरबीआई के पोर्टल से भी खरीद सकते हैं.
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में इंवेस्टमेंट की आखिरी तारीख आज
बता दें कि सरकारी गोल्ड बॉन्ड की स्कीम Sovereign Gold Bond Scheme 2021-22 की आठवें सीरीज में इंवेस्ट करने के लिए आज आखिरी तारीख है. आरबीआई ने गुरुवार को ट्विटर अकाउंट पर इसकी जानकारी दे दी. नॉटिफिकेशन में कहा कि सॉवरेन गोल्ड बांड योजना 2021-22- सीरीज 8 की बिक्री की पेशकश अभी बरकरार है और इसे उसके नए पोर्टल rbiretaildirect.org.in पर जाकर खरीदा जा सकता है.
पीएम मोदी ने किया था आरबीआई के नए पोर्टल का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने इस नए पोर्टल का उद्घाटन किया था. इस पोर्टल पर जाकर कोई व्यक्ति सीधे ही ट्रेजरी बिलों, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड और स्टेट डेवलपमेंट डेट इंस्ट्रूमेंट की खरीदारी कर सकता है.
आरबीआई जारी करता है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
आरबीआई की तरफ से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी किए जाते हैं जिनका प्राइस बाजार की तुलना में कम होता है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में रिजर्व बैंक की तरफ से 1 ग्राम सोने की कीमत 4791 रुपये है वहीं अगर ऑनलाइन पेमेंट करेंगे तो इस प्रति ग्राम के रेट पर 50 रुपये की छूट भी मिलेगी. यानी 10 ग्राम सोने के लिए आपका दाम 47910 रुपये की बजाए 47410 रुपये हो जाएगा. इस तरह सीधे तौर पर 10 ग्राम सोने की खरीद पर आपको 500 रुपये का फायदा मिल पाएगा.
मैच्योरिटी पीरियड को जानें
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का मैच्योरिटी पीरियड 8 साल का होता है जबकि इसमें 5 साल का लॉकइन पीरियड होता है. इसमें 2.5 फीसदी की दर से सालाना इंटरेस्ट भी मिलता है. गोल्ड बॉन्ड खीदने के 5 साल बाद अगले ब्याज भुगतान की तारीख पर बॉन्ड से निवेश निकालने का ऑप्शन भी आपके पास होता है. हालांकि ये टैक्सेबल है, मैच्योरिटी के बाद यानी 8 साल बाद बॉन्ड से निकलेंगे या बेचेंगे तो इस पर टैक्स नहीं लगेगा.
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