तेजी से खत्म हो रहा विदेशी मुद्रा, भारत से तनाव के बीच कंगाली की ओर बढ़ा रहा पाकिस्तान
Pakistan Slipping Forex: 2019 में पुलवामा आतंकी हमले के बाद भी पाकिस्तान ने इसी तरह का कदम उठाते हुए भारतीय विमानों के लिए अपने एयर स्पेस को बंद करने का फैसला किया था. इसके बाद उसे करीब 100 मिलियन डॉलर का भारी नुकसान हुआ था.

Pakistan Slipping Forex: जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने जिस तरह का एक्शन लिया है, उसके बाद पहले से ही तंगहाली की दौर से गुजर रही पाकस्तान की अर्थव्यवस्था और चरमरा गई है. इससे न सिर्फ तेजी के साथ उसके विदेशी मुद्रा भंडार में सेंध लग रहा है बल्कि जो कुछ कमाई हो भी रही थी, वो इस तनाव के बाद अब उसे उसका भारी नुकसान वहन करना पड़ रहा है. भारत की तरफ से जो कूटनीतिक एक्शन लिए गए थे, उससे बौखलाए पाकिस्तान ने अपना एयरस्पेस भारत के लिए बंद कर लिया. ऐसा करके उसने अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली है.
उल्ट पड़ रहा पाक का दांव
नई दिल्ली के लिए एयरस्पेस बंद करने का पाकिस्तान का मकद भारत को आर्थिक चोट पहुंचाना था. लेकिन ऐसा करके उसने कमाई के तौर पर जो विदेशी मुद्रा आ रहा था, उसे भी गंवा दिया. साल 2022 में पाकिस्तान दिवालिया की कगार पर पहुंच गया था, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से उस साल मार्च के महीने में मिले 2 बिलियन डॉलर के राहत पैकेज के बाद उसकी इकोनॉमी थोड़ी पटरी पर लौटी थी. लेकिन, वर्तमान स्थिति ने उसके सारे किए पर पानी फेरकर रख दिया है.
इस बात की तस्दीक वेल्थ मिल्स सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड में इक्विटी स्ट्रेटजिस्ट क्रांति बथिनी भी कर रहे हैं. उनका कहना है कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था तंगहाली के दौर से गुजर ही है. कई वैश्विक एजेंसियों से ऋण लेकर देश को चलाया जा रहा है. ऐसे में किसी भी तरह के भूराजनीतिक तनाव के बढ़ने से निश्चित तौर पर उसकी अर्थव्यवस्था पर गहरा दबाव पड़ेगा. मूडी ने भी कुछ इसी तरह के संकेत देते हुए कहा कि अगर किसी भी तरह से स्थिति बिगड़ती है तो इसका पाकिस्तान की इकोनॉमी पर बहुत ही बुरा असर होगा.
एयरस्पेस खाली, विदेशी मुद्रा की टेंशन बढ़ी
जब से पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपने एयरस्पेस को बंद करने का फैसला किया है, उसके बाद से सिर्फ भारतीय एयरलाइंस ही नहीं बल्कि कई वैश्विक विमानों पर इसका असर हुआ है. दोनों देशों के बढ़ते टेंशन की वजह से कई अंतरराष्ट्रीय विमानों ने पाकिस्तान के एयरस्पेस से किनारा किया है. इसका सीधा मतलब ये हुआ कि उसे विदेशी विमान से आने वाली फीस नहीं आ रही है. विदेश मुद्रा के तौर पर एयरस्पेस से अच्छी खासी उसकी कमाई होती थी.
गौरतलब है कि इससे पहले 2019 में पुलवामा आतंकी हमले के बाद भी पाकिस्तान ने इसी तरह का कदम उठाते हुए भारतीय विमानों के लिए अपने एयर स्पेस को बंद करने का फैसला किया था. इसके बाद उसे करीब 100 मिलियन डॉलर का भारी नुकसान हुआ था. उस समय रोजाना करीब 400 विमान गुजरती थी. अनुमान के मुताबिक, रोजाना विमान शुल्क के तौर पर 2,32,000 डॉलर और कुल 7,60,000 रुपये का नुकसान हो रहा था.
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Source: IOCL






















