Adani Group Stocks: निचले स्तरों पर अब भाने लगा है म्यूचुअल फंड्स को अडानी समूह की कंपनियों के शेयर्स!
Adani Group: जनवरी से मार्च के दौरान म्यूचुअल फंड्स ने अडानी समूह के स्टॉक्स से दूरी बनाई हुई थी. लेकिन अप्रैल में उन्होंने अपना निवेश बढ़ाया है.
Adani Group Stocks: अडानी समूह के खिलाफ शेयर बाजार की रेग्यूलेटर सेबी जांच कर रही है. हिडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के सामने आने के बाद से समूह लगातार राजनीतिक हमले झेल रहा है. इसके बावजूद स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड अडानी समूह की कंपनियों निवेशकों को लुभाने लगी है. म्यूचुअल फंड्स अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों की शॉपिंग करते हुए पाये गए हैं.
अडानी समूह की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों की खरीदारी में महीने दर महीने 16.8 फीसदी का उछाल आया है. कोटक म्यूचुअल फंड, इंवेस्को और एनजे म्यूचुअल फंड ने अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर खरीदे हैं. मोतीलाल ओसवाल के डाटा के मुताबिक अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर में 17 म्यूचुअल फंड का एक्सपोजर है. अडानी पोर्ट्स के स्टॉक में भी म्यूचुअल फंड की होल्डिंग में बढ़ोतरी आई है.
अडानी समूह की एफएमसीजी कंपनी अडानी विल्मर के स्टॉक में कोटक म्यूचुअल फंड, एलआईसी म्यूचुअल फंड और सुंदरम ने निवेश किया है. हालांकि अडानी टोटल गैस से निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड ने अपना निवेश निकाल लिया है. इसके अलावा समूह की सीमेंट कंपनी एसीसी से भी म्यूचुअल फंड ने एग्जिट किया है. जबकि अंबुजा सीमेंट्स के स्टॉक में इंवेस्को और बड़ौदा पीएनपी पारिबा ने निवेश किया है.
हिंडनबर्ग के रिसर्च रिपोर्ट के सामने आने के बाद स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड अडानी समूह की सभी कंपनियों के स्टॉक्स में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी. खबर के सामने आने के बाद समूह के स्टॉक्स 85 फीसदी तक नीचे जा लुढ़के थे. लेकिन अब अडानी समूह के शेयर्स स्थिर होने लगे हैं. हालांकि एक साल में अपने उच्चतम भाव से समूह की सभी कंपनियों के शेयर्स बहुत नीचे ट्रेड कर रहे. जैसे अडानी एंटरप्राइजेज 55 फीसदी, अडानी ग्रीन एनर्जी 68 फीसदी, अडानी ट्रांसमिशन 80 फीसदी, अडानी टोटाल गैस 81 फीसदी, अडानी पावर 45 फीसदी और अडानी विल्मर 55 फीसदी नीचे ट्रेड कर रहा है.
म्यूचुअल फंड्स ने अपने कुल 182 बिलियन डॉलर के एसेट्स में से मार्च 2023 तक केवल 0.9 फीसदी ही अडानी समूह के स्टॉक्स में निवेश किया हुआ था. लेकिन अप्रैल में इन्होंने समूह के स्टॉक्स में निवेश बढ़ाया है. नूवामा वेल्थ मैनेजमेंट के डाटा के मुताबिक Mirae इंवेस्टमेंट मैनेजर्स और एचएसबीसी एसेट मैनेजमेंट ने मार्च महीने में समूह की कंपनियों में निवेश किया था. समूह की दो कंपनियों के 7 लाख शेयर्स दोनों वित्तीय संस्थानों ने खरीदे. वहीं आकड़ों के मुताबिक रिटेल निवेशकों ने वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड 10 अडानी कंपनियों में से 8 कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है.
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