टैक्स से कमाई बजटीय लक्ष्य से होगी ज्यादाः अरुण जेटली

नई दिल्लीः सरकार ने आज दावा किया कि चालू कारोबारी साल यानी 2016-17 में वो बजटीय अनुमानों से कहीं ज्यादा टैक्स की कमाई करेगी. सरकार का ये बयान ऐसे समय में आया है जब नोटबंदी की वजह से आर्थिक रफ्तार धीमी पड़ने की आशंका जतायी जा रही है.
नोटबंदी के बाद सूने पड़े बाजार ने मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर की नींद भले ही उड़ा दी हो और अर्थशास्त्री जहां मंदी की आहट बता रहे हों, लेकिन सरकार अपनी कमाई को लेकर बिल्कुल ही फिक्रमंद नहीं दिखती. वित्त मंत्री अरुण जेटली भले ही कह चुके हैं कि टैक्स से कमाई अभी तक बेहतर रही है. अब जेटली कह रहे हैं कि पूरे कारोबारी साल 2016-17 के दौरान हर तरह के टैक्स के मामले में कमाई उम्मीदों से कहीं ज्यादा रहेगी.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दावा किया कि बात चाहे डायरेक्ट टैक्स की हो या फिर इनडायरेक्ट टैक्स की, दोनों ही मामलों में कमाई बजटीय लक्ष्य से कहीं ज्यादा रहेगी. सरकार ने कुल मिलाकर (ग्रॉस टैक्स कलेक्शन) 16 लाख करोड़ रुपये से भी टैक्स से कमाई का लक्ष्य ऱखा है. यहां टैक्स से मतलब मुख्य रुप से इनकम टैक्स, कॉरपोरेट टैक्स, सर्विस टैक्स, सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी और कस्टम ड्यूटी है.
जेटली के इस बयान की एक झलक सरकार के अकाउंटेंट कंट्रोलर जनरल ऑफ अकाउंट यानी सीजीए के ताजा आंकड़ों में भी देखने को मिली. इसके मुताबिक, तमाम रिफंड वगैरह देने के बाद विशुद्ध रुप (नेट टैक्स कलेक्शऩ) से नवम्बर के महीने मे तमाम तरह के टैक्स से कमाई 91157 करोड़ रुपये रही जबकि बीते साल नवम्बर में ये रकम 36061 करोड़ रुपये थी. अप्रैल से नवम्बर की बात करें तो टैक्स से कुल कमाई करीब 4.65 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 6.21 लाख करोड़ रुपये हो गयी.
सरकार को कमाई में खासी बढ़ोतरी की एक वजह प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना भी है जिसके जरिए काले धन को 50 फीसदी टैक्स देकर एक बार फिर सफेद करने का मौका दिया गया है. सरकार को उम्मीद है कि इससे करीब 1 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा की कमाई हो सकती है.
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