क्या आप भी लंबे समय से नहीं कर रहे हैं अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल, इनएक्टिव अकाउंट के कई हैं नुकसान
Inactive Credit Card: क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल लंबे समय तक न करने पर आपका अकाउंट बंद हो सकता है, आपका क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है. इसके अलावा, कई और भी नुकसान हैं जिनका ख्याल रखना जरूरी है.

Inactive Credit Card: क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करने के बाद कई बार हम उसका इस्तेमाल किए बगैर रख देते हैं. आपको भले ही यह लगे कि इससे कुछ खास होने वाला नहीं है, लेकिन इसका असर आपके क्रेडिट हेल्थ पर पड़ता है. क्रेडिट कार्ड होल्डर्स को इनएक्टिव क्रेडिट अकाउंट के बारे में ये बातें पता होनी चाहिए-
बंद हो सकता है आपका अकाउंट
अगर आप लंबे समय तक अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं करते हैं, तो इसे डोरमेंट घोषित कर दिया जाता है. आमतौर पर छह महीने से लेकर एक साल तक क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं करने पर कंपनी इसे इएक्टिव करने से पहले आपके संपर्क करती है और इसे रीएक्टिवेट करने का मौका भी दिया जाता है. यह ध्यान रखना जरूरी है कि लंबे समय तक इएक्टिविटी के चलते आपका अकाउंट बंद भी हो सकता है.
क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है नेगेटिव इफेक्ट
अकाउंट बंद होने पर इसका आपके क्रेडिट स्कोर पर नेगेटिव इफेक्ट पड़ सकता है. अकाउंट बंद होने पर आपके मौजूदा क्रेडिट स्कोर को घटाकर कम कर दिया जाता है, जिससे संभावित रूप से आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो बढ़ जाता है. यह आमतौर पर आपके टोटल क्रेडिट लिमिट के मुकाबले आपका क्रेडिट अमाउंट है. क्रेडिट यूटिलाइजेशन सामान्यत: आपके क्रेडिट स्कोर का 30 परसेंट होता है इसलिए हाई रेश्यो आपके स्कोर को नीचे खींच सकता है.
इन फायदों से जाते हैं चूक
कार्ड का इस्तेमाल न करने से मतलब है कि आप रिवॉर्ड, कैशबैक ऑफर और लाउंज एक्सेस जैसे फेसिलिटीज को पाने से चूक रहे हैं. अगर आपका कार्ड लंबे समय तक इनएक्टिव रहता है, तो आपके जमा हुए रिवॉर्ड, प्वॉइंट्स और ऑफर भी खत्म हो सकते हैं.
कस्टमर सर्विस से ही बात करने में है भलाई
राहत की बात यह है कि भारत में अधिकतर क्रेडिट कार्ड इश्यू करने वाली कंपनी कार्ड का इस्तेमाल न होने पर इनएक्टिव फीस या जुर्माना नहीं लगाती है. फिर भी इस पर अधिक जानकारी के लिए क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली कंपनी के कस्टमर केयर डिपार्टमेंट से ही बात करनी चाहिए.
क्रेडिट कार्ड को एक्टिव रखने के लिए करें ये काम
- कुछ महीनों के अंतर पर छोटा-मोटा ट्रांजैक्शन करते रहना चाहिए.
- अपने क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट को चेक करते रहना चाहिए.
- अगर आपको क्रेडिट कार्ड की जरूरत नहीं है तो बैंक से संपर्क कर इसे बंद करा दें.
- अगर अकाउंट डॉरमेंट हो गया है, तो इसके रीएक्टिवेशन के लिए बैंक से संपर्क करें.
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