विवादों में घिरी Tesla की सेल्फ-ड्राइविंग कारें, अमेरिका में अब 29 लाख गाड़ियों पर होगी जांच
टेस्ला की सेल्फ-ड्राइविंग तकनीक पर फिर सवाल उठे हैं. अमेरिका की NHTSA ने 29 लाख गाड़ियों की जांच शुरू की है, क्योंकि कई कारों ने लाल बत्ती तोड़ी और गलत साइड जाकर हादसे किए. आइए विस्तार से जानते हैं.

दुनिया की सबसे इनोवेटिव ऑटो कंपनी Tesla एक बार फिर विवादों में घिर गई है. अमेरिका की National Highway Traffic Safety Administration (NHTSA) ने कंपनी की Full Self-Driving (FSD) तकनीक की जांच शुरू कर दी है. पिछले कुछ महीनों में Tesla की कई सेल्फ-ड्राइविंग कारों ने ट्रैफिक नियमों की अनदेखी की -लाल बत्ती तोड़ी, गलत दिशा में चलीं और दूसरी गाड़ियों से टकरा गईं. अब तक 58 हादसों की पुष्टि हो चुकी है, जिनमें कई लोग घायल हुए और कुछ कारों में आग भी लगी. इस जांच का असर करीब 29 लाख Tesla कारों पर पड़ेगा, जिनमें Model 3, Model Y, Model S और Model X शामिल हैं.
रिपोर्ट में गंभीर खुलासे
- NHTSA की रिपोर्ट के मुताबिक, कई ड्राइवरों ने शिकायत की कि हादसे से पहले कार ने कोई चेतावनी नहीं दी और अचानक कंट्रोल खो दिया. ज्यादातर घटनाएं चौराहों (Intersections) या रेलवे क्रॉसिंग्स के पास हुई हैं. एजेंसी का कहना है कि कई Tesla कारों ने सामने से आती ट्रैफिक लाइन या रेल पटरियों के पास गलत मोड़ लिया या लाल लाइट पर भी आगे बढ़ती रहीं. अब यह जांच की जा रही है कि समस्या सॉफ्टवेयर की है या सेंसर सिस्टम की तकनीकी गड़बड़ी की वजह से आई है.
रेलवे ट्रैक पर नहीं रुक रहीं Tesla कारें
- अमेरिकी न्यूज चैनल NBC News की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि Tesla की FSD तकनीक कई बार रेलवे ट्रैक पर सही तरीके से रुक नहीं पाती. कई घटनाओं में कारें लाल लाइट और बंद गेट के बावजूद ट्रैक पार करती दिखीं, जिससे बड़ा खतरा पैदा हुआ. इस साल की शुरुआत में NHTSA ने Tesla के “Summon” फीचर की भी जांच की थी, जिसमें कार को ड्राइवर अपने पास बुला सकता है. हालांकि, इस फीचर की वजह से कई पार्किंग लॉट में छोटी-मोटी टक्करें हुई हैं.
हादसों की रिपोर्टिंग में देरी
- दरअसल, अगस्त 2025 में NHTSA ने Tesla से यह भी सवाल किया कि कंपनी हादसों की रिपोर्ट समय पर क्यों नहीं दे रही है. उसी महीने फ्लोरिडा की एक अदालत ने 2019 के एक घातक हादसे में Tesla को 240 मिलियन डॉलर (करीब ₹2,000 करोड़) का मुआवजा देने का आदेश दिया था. कंपनी पर आरोप है कि उसने अपने Full Self-Driving सिस्टम की सीमाओं को ग्राहकों से छुपाया. हालांकि Tesla का कहना है कि FSD अभी भी Level-2 Driver Assistance System है -यानी कार कई काम खुद करती है, लेकिन ड्राइवर को हर वक्त सतर्क रहना जरूरी है.
- Tesla का FSD (Full Self-Driving) सॉफ्टवेयर कार को अपने आप लेन बदलने, ट्रैफिक सिग्नल पहचानने, पार्किंग और क्रूज कंट्रोल जैसे फीचर्स देता है, लेकिन यह सिस्टम पूरी तरह ऑटोनॉमस नहीं है -ड्राइवर को हर समय स्टीयरिंग पर हाथ और ध्यान सड़क पर रखना पड़ता है. समस्या यह है कि कई यूजर्स इसे पूरी तरह “सेल्फ-ड्राइविंग” मानकर गलत तरीके से इस्तेमाल करते हैं, जिससे हादसे बढ़ रहे हैं.
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Source: IOCL























