Maruti Dzire vs Honda Amaze: ऑटोमैटिक वैरिएंट में कौन देती है ज्यादा माइलेज? यहां जानें डिटेल्स
Maruti Dzire vs Honda Amaze: मारुति डिजायर और होंडा अमेज दोनों को ही इंडियन मार्केट में खूब पसंद किया जाता है. क्या आप जानते हैं कि ऑटोमैटिक वैरिएंट में किसका माइलेज ज्यादा है?

Maruti Dzire vs Honda Amaze: सेडान सेगमेंट में Maruti Suzuki Dzire का बोलबाला तो पहले से ही है, लेकिन Honda Amaze भी अपने प्रीमियम लुक और शानदार फीचर्स के चलते अच्छा मुकाबला देती है. दोनों गाड़ियां 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन के साथ ही ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन में भी उपलब्ध हैं. अब असली सवाल ये है कि ऑटोमैटिक वैरिएंट में किसका माइलेज ज्यादा है? आइए जान लेते हैं.
इंजन पावर और तकनीकी अंतर
मारुति डिजायर और होंडा अमेज, दोनों ही गाड़ियां 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन से लैस हैं, लेकिन इनके इंजन की बनावट में एक अहम अंतर है. डिजायर में तीन सिलेंडर वाला इंजन मिलता है, जबकि अमेज में चार सिलेंडर वाला इंजन दिया गया है. इस वजह से अमेज की पावर थोड़ी अधिक है – यह 90 हॉर्सपावर देती है, वहीं डिजायर 82 हॉर्सपावर का उत्पादन करती है. हालांकि, टॉर्क के मामले में डिजायर थोड़ा आगे निकल जाती है. यह 113 न्यूटन मीटर का टॉर्क जनरेट करती है, जबकि अमेज 111 न्यूटन मीटर पर सिमट जाती है.
रियल वर्ल्ड माइलेज तुलना
अगर असली माइलेज की बात करें, तो दोनों गाड़ियों का प्रदर्शन परिस्थितियों के मुताबिक अलग-अलग रहा. होंडा अमेज ने शहर में प्रति लीटर लगभग 9.94 किलोमीटर की दूरी तय की, जबकि मारुति डिजायर ने 11.61 किलोमीटर का सफर तय किया. वहीं, हाईवे पर अमेज ने 16.62 किलोमीटर प्रति लीटर का औसत दिया, वहीं डिजायर ने 19.22 किलोमीटर प्रति लीटर का प्रभावशाली आंकड़ा हासिल किया. इन दोनों आंकड़ों को मिलाकर अमेज का औसत माइलेज लगभग 13.28 किलोमीटर प्रति लीटर रहा, जबकि डिजायर ने 15.41 किलोमीटर प्रति लीटर का औसत दिया.
रियल और ARAI माइलेज में अंतर
अमेज के माइलेज में दावा और वास्तविकता में 6.18 किलोमीटर प्रति लीटर का फर्क देखने को मिला. वहीं डिजायर के केस में यह अंतर थोड़ा ज्यादा 10.3 किलोमीटर प्रति लीटर का रहा. इन आंकड़ों के आधार पर कहा जा सकता है कि रियल वर्ल्ड टेस्ट में मारुति डिजायर AMT ने होंडा अमेज CVT को 2.13 किलोमीटर प्रति लीटर के अंतर से पीछे छोड़ दिया. मारुति सुजुकी ने हमेशा माइलेज-फोकस्ड ट्यूनिंग अपनाई है. इसका मतलब है कि इंजन इस तरह से सेट किया गया है कि वह कम फ्यूल में ज्यादा दूरी तय करे. दूसरी ओर, होंडा की ट्यूनिंग थोड़ी पावर-ओरिएंटेड होती है जिससे ड्राइविंग एक्सपीरियंस स्मूद और दमदार बनता है, लेकिन माइलेज पर हल्का असर पड़ता है.
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Source: IOCL






















