एक्सप्लोरर

बाजार: वाहन की सितंबर में बढ़ी बिक्री से अधिकतर कंपनियों के चेहरे पर लौटी मुस्कान

लॉकडाउन और उसके बाद धीरे-धीरे अर्थव्यवस्था अनलॉक होने के बीच वाहन बिक्री में तेजी दर्ज की गई है. सितंबर में देश की शीर्ष दो कार कंपनी मारुति सुजुकी और हुंडई मोटर्स ने वाहन बिक्री में काफी तेजी दर्ज की है.

नई दिल्लीः देश की शीर्ष दो कार कंपनी मारुति सुजुकी और हुंडई मोटर्स ने सितंबर में वाहन बिक्री में तेजी दर्ज की है. चालू वित्त वर्ष की शुरुआत में पहले लॉकडाउन और उसके बाद धीरे-धीरे अर्थव्यवस्था अनलॉक होने के बीच बिक्री में यह बढ़ोत्तरी कंपनियों के चेहरे पर रौनक लाने वाली है. कंपनियों के अनुसार यह पुनरूद्धार का संकेत है.

बिक्री में दिखा सुधार

इनके अलावा टाटा मोटर्स, होंडा कार्स इंडिया, स्कोड ऑटो इंडिया और किआ मोटर्स की बिक्री में भी सुधार रहा. वहीं मानसून के अच्छे रहने और सरकार के न्यूनतम समर्थन मूल्य में इजाफा करने के चलते ट्रैक्टर कंपनियों की समीक्षावधि में पौ-बारह रही. हालांकि टोयोटा किर्लोस्कर मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एमजी मोटर जैसी कंपनियों की बिक्री में गिरावट दर्ज की गयी.

देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया की घरेलू बिक्री 32.2 प्रतिशत बढ़कर 1,52,608 इकाई पर पहुंच गई, जो एक साल पहले समान महीने में 1,15,452 इकाई थी. वहीं समीक्षावधि में कंपनी की कुल बिक्री 30.8 प्रतिशत बढ़कर 1,60,442 इकाई पर पहुंच गई. कंपनी ने सितंबर 2019 में 1,22,640 वाहन बेचे थे.

हालांकि कंपनी ने एक बयान में कहा कि सितंबर में उसके बिक्री प्रदर्शन को पिछले साल के निचले आधार प्रभाव के लिहाज से देखा जाए. सितंबर कंपनी की मिनी कार ऑल्टो तथा एस-प्रेसो की बिक्री 35.7 प्रतिशत बढ़कर 27,246 इकाई पर पहुंच गई, जो पिछले साल समान महीने में 20,085 इकाई थी.

47 प्रतिशत तक बढ़ी बिक्री

वहीं कॉम्पैक्ट खंड में कंपनी के स्विफ्ट, सेलेरियो, इग्निस, बलेनो और डिजायर मॉडलों की बिक्री 47.3 प्रतिशत बढ़कर 84,213 इकाई पर पहुंच गई, जो सितंबर, 2019 में 57,179 इकाई थी. हालांकि कंपनी की मध्यम आकार की सेडान सियाज की बिक्री इस दौरान 10.6 प्रतिशत घटकर 1,534 इकाई रही, जो एक साल पहले समान महीने में 1,715 इकाई थी. सितंबर में कंपनी का निर्यात भी नौ प्रतिशत बढ़कर 7,834 इकाई रहा, जो पिछले साल समान महीने में 7,188 इकाई रहा था.

मारुति की प्रतिद्वंदी कंपनी हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) की घरेलू बिक्री सितंबर 2019 की 40,705 इकाइयों की तुलना में 23.6 प्रतिशत बढ़कर 50,313 इकाइयों पर पहुंच गयी. इस दौरान कंपनी की कुल बिक्री 3.8 प्रतिशत बढ़कर 59,913 इकाई पर पहुंच गयी. कंपनी ने सितंबर 2019 में 57,705 वाहन बेचे थे. हालांकि,इस दौरान कंपनी का निर्यात पिछले साल सितंबर की 17 हजार इकाइयों की तुलना में 43.5 प्रतिशत घटकर 9,600 इकाइयों पर आ गया.

कंपनी के निदेशक (बिक्री, विपणन एवं सेवा) तरुण गर्ग ने कहा, ‘‘बदलते कारोबारी माहौल में सालाना तथा मसिक आधार पर बिक्री में सुधार के स्पष्ट संकेत दिख रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि कंपनी को भरोसा है कि त्योहारी सीजन में सकारात्मक ग्राहक भावनाओं के साथ बाजार में तेजी आएगी.

कुछ कंपनियों के हाथ लगी मायूसी 

हालांकि सितंबर का महीना सभी कंपनियों के चेहरे पर खुशी लाने वाला नहीं रहा. कुछ कंपनियों की बिक्री मायूसी भरी भी रही. इस दौरान घरेलू वाहन कंपनी महिंद्रा और महिंद्रा की घरेलू बिक्री 16 प्रतिशत गिरकर 34,351 वाहन रही. जबकि पिछले साल सितंबर में कंपनी ने 40,692 वाहन बेचे थे. इस दौरान कंपनी का निर्यात 41 प्रतिशत घटकर 1,569 वाहन रहा जो पिछले साल इसी माह में 2,651 वाहन था. कंपनी की कुल बिक्री सितंबर में 17 प्रतिशत गिरकर 35,920 वाहन रही. पिछले साल कंपनी ने इसी माह में 43,343 वाहनों की बिक्री की थी.

कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (वाहन कारोबार) विजय राम नाकरा ने कहा कि कंपनी के यूटिलिटी वाहनों की बिक्री में वृद्धि देखकर हम खुश हैं. सितंबर में वाहनों के लिए ग्राहकों की पूछताछ बढ़ी है. यहां तक कि बुकिंग स्तर में भी सुधार देखा गया.

इनोवा की बिक्री में दिखी कमी

इनोवा जैसे एसयूवी ब्रांड की मालिक टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) की घरेलू बाजार में बिक्री सितंबर में 20.45 प्रतिशत घटकर 8,116 इकाई रही. पिछले साल के समान महीने में कंपनी ने 10,203 वाहन बेचे थे. टीकेएम ने बयान में कहा कि अगस्त की तुलना में हालांकि उसकी बिक्री सितंबर में 46 प्रतिशत बढ़ी है. अगस्त में कंपनी ने 5,555 वाहन बेचे थे.

टीकेएम के उपाध्यक्ष (बिक्री एवं सेवा) नवीन सोनी ने कहा, ‘‘अब हमारी मांग बढ़ रही है और साथ ही हमारे डीलरों का भरोसा बढ़ रहा है. पिछले कुछ माह की तुलना में हमारे ऑर्डरों में 14 से 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.’’ स्कोडा ऑटो इंडिया की खुदरा बिक्री सितंबर में सात प्रतिशत बढ़कर 1,328 वाहन रही. पिछले साल कंपनी ने इस दौरान 1,238 वाहन की बिक्री की थी.

किआ मोटर्स को मिली अच्छी प्रतिक्रिया

दक्षिण कोरिया की किआ मोटर्स की बिक्री इस माह में सबसे बेहतर रही. कंपनी ने 147 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए सितंबर में 18,676 वाहन बेचे. कंपनी की नयी कॉम्पैक्ट एसयूवी सोनेट को भी अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. मुख्य तौर पर सेडान श्रेणी की कार बनाने वाली कंपनी होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड की घरेलू बिक्री सितंबर में 9.7 प्रतिशत बढ़कर 10,199 वाहन रही. पिछले साल इसी माह में कंपनी की घरेलू बिक्री 9,301 वाहन थी. इस दौरान कंपनी का कुल निर्यात 170 वाहन रहा.

कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और निदेशक (विपणन और बिक्री) राजेश गोयल ने कहा, ‘‘सितंबर में हमारे वाहनों की आपूर्ति बढ़ी है और यह हमारी योजना के मुताबिक है.’’ टाटा मोटर्स की बिक्री सितंबर में 162 प्रतिशत बढ़कर 21,199 वाहन रही. जबकि पिछले साल इसी माह में कंपनी की बिक्री 8,097 वाहन थी. एमजी मोटर इंडिया की खुदरा बिक्री सितंबर में 2.72 प्रतिशत घटकर 2,537 इकाई रह गई. कंपनी ने सितंबर, 2019 में 2,608 वाहन बेचे थे.

एममजी मोटर इंडिया के निदेशक बिक्री राकेश सिदाना ने कहा, ‘‘एमजी हेक्टर और जेडएस ईवी के लिए नई बुकिंग धीरे-धीरे बढ़ रही है, लेकिन श्राद्ध और अधिक मास की वजह से सितंबर की बिक्री प्रभावित हुई है.’’

16.9 प्रतिशत तक बढ़ी हीरो मोटोकॉर्प की बिक्री

दोपहिया वाहन श्रेणी में देश की सबसे बड़ी कंपनी हीरो मोटोकॉर्प की बिक्री सितंबर में 16.9 प्रतिशत बढ़कर 7,15,718 वाहन रही. पिछले साल कंपनी ने इसी माह में 6,12,204 वाहन बेचे थे. हालांकि कंपनी ने लागत बढ़ने के चलते अपने वाहनों के दाम में दो प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की है. कीमत में यह बढ़ोत्तरी एक अक्टूबर से प्रभावी हो गयी है. कंपनी ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि उसके संयंत्र अब 100 प्रतिशत उत्पादन क्षमता के साथ काम कर रहे हैं. आने वाले त्यौहारी मौसम में उसे मांग बढ़ने की पूरी उम्मीद है.

होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर्स इंडिया की बिक्री सितंबर में 8.48 प्रतिशत बढ़कर 5,26,865 वाहन रही. पिछले साल सितंबर में कंपनी की बिक्री 4,85,663 वाहन थी. कंपनी की घरेलू बिक्री इस दौरान 5,00,887 वाहन रही जो पिछले साल इसी माह में 4,55,896 वाहन थी. बजाज ऑटो की सितंबर में उसकी दोपहिया बिक्री 20 प्रतिशत बढ़कर 4,04,851 इकाई पर पहुंच गई, जो इससे पिछले साल समान महीने में 3,36,730 इकाई रही थी.

टीवीएस मोटर कंपनी में हुआ सुधार

चेन्नई स्थित दोपहिया वाहन कंपनी टीवीएस मोटर कंपनी की बिक्री इस दौरान 4.16 प्रतिशत बढ़कर 3,13,332 दोपहिया वाहन रही. पिछले साल इसी माह में कंपनी की बिक्री 3,00,793 वाहन थी. वाणिज्यिक वाहन बनाने वाली हिंदुजा समूह की प्रमुख कंपनी अशोक लीलैंड की बिक्री सितंबर में पांच प्रतिशत घटकर 8,344 वाहन रही. पिछले साल कंपनी ने 8,780 वाणिज्यिक वाहन की बिक्री की थी. मानसून के अच्छे रहने से ग्रामीण क्षेत्र में कृषि उपकरणों की मांग बढ़ी है.

समीक्षावधि में कृषि उपकरण कंपनी एस्कॉर्ट्स की ट्रैक्टर बिक्री 9.2 प्रतिशत बढ़कर 11,851 इकाई पर पहुंच गई. सितंबर, 2019 में कंपनी की ट्रैक्टर बिक्री 10,855 इकाई थी. कंपनी ने बृहस्पतिवार को कहा कि घरेलू बाजार में उसकी बिक्री 8.9 प्रतिशत बढ़कर 11,453 इकाई रही, जो एक साल पहले समान महीने में 10,521 इकाई रही थी. इसी तरह महिंद्रा एंड महिंद्रा ट्रैक्टर की कुल बिक्री सितंबर में 17 प्रतिशत बढ़कर 43,386 इकाई रही. पिछले साल इसी माह में कंपनी ने 37,011 ट्रैक्टर खरीदे थे.

इसमें कंपनी की घरेलू बिक्री 42,361 ट्रैक्टर रही जबकि कंपनी का निर्यात 1,025 इकाई रहा. यह पिछले सितंबर की बिक्री के मुकाबले क्रमश: 18 और छह प्रतिशत अकधि है. महिंद्रा एंड महिंद्रा के अध्यक्ष (कृषि उपकरण क्षेत्र) हेमंत सिक्का ने कहा, ‘‘मानसून अच्छा रहने के चलते खुदरा मांग बनी रही. खरीफ के बुवाई क्षेत्र में बढ़त और अहम फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर कर सरकार की सहायता का भी लाभ मिला.’’

इसे भी पढ़ेंः 9000 यूनिट्स की बिक्री के साथ Kia Sonet ने मचाई धूम, इन कारों से है टक्कर

Honda ने लॉन्च की नई क्लासिक बाइक, Royal Enfield से होगा सीधा मुकाबला

और पढ़ें
Sponsored Links by Taboola

टॉप हेडलाइंस

'कर्नाटक को यूपी वाले रास्ते पर...', गृहमंत्री जी परमेश्वर के बुलडोजर एक्शन वाले बयान पर क्या बोले पी. चिदंबरम?
'कर्नाटक को यूपी वाले रास्ते पर...', गृहमंत्री जी परमेश्वर के बुलडोजर एक्शन वाले बयान पर क्या बोले पी. चिदंबरम?
बिहार में सरकार बनते ही जीतन राम मांझी ने शराबबंदी कानून पर कर दी बड़ी मांग, CM मान जाएंगे?
बिहार में सरकार बनते ही जीतन राम मांझी ने शराबबंदी कानून पर कर दी बड़ी मांग, CM मान जाएंगे?
'सोचना भी नहीं कोई मुझे डरा-धमका सकता है', पूर्व सांसद की याचिका पर सुनवाई करते हुए क्यों CJI को कहनी पड़ी यह बात?
'सोचना भी नहीं कोई मुझे डरा-धमका सकता है', पूर्व सांसद की याचिका पर सुनवाई करते हुए क्यों CJI को कहनी पड़ी यह बात?
जब बॉलीवुड ने पर्दे पर उतारे असली गैंगस्टर्स, अक्षय खन्ना से विवेक ओबेरॉय तक दिखें दमदार रोल
जब बॉलीवुड ने पर्दे पर उतारे असली गैंगस्टर्स, अक्षय खन्ना से विवेक ओबेरॉय तक दिखें दमदार रोल

वीडियोज

Triumph Thruxton 400 Review | Auto Live #triumph
Royal Enfield Goan Classic 350 Review | Auto Live #royalenfield
Hero Glamour X First Ride Review | Auto Live #herobikes #heroglamour
जानलेवा बॉयफ्रेंड की दिलरूबा !
Toyota Land Cruiser 300 GR-S India review | Auto Live #toyota

फोटो गैलरी

Petrol Price Today
₹ 94.72 / litre
New Delhi
Diesel Price Today
₹ 87.62 / litre
New Delhi

Source: IOCL

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
'कर्नाटक को यूपी वाले रास्ते पर...', गृहमंत्री जी परमेश्वर के बुलडोजर एक्शन वाले बयान पर क्या बोले पी. चिदंबरम?
'कर्नाटक को यूपी वाले रास्ते पर...', गृहमंत्री जी परमेश्वर के बुलडोजर एक्शन वाले बयान पर क्या बोले पी. चिदंबरम?
बिहार में सरकार बनते ही जीतन राम मांझी ने शराबबंदी कानून पर कर दी बड़ी मांग, CM मान जाएंगे?
बिहार में सरकार बनते ही जीतन राम मांझी ने शराबबंदी कानून पर कर दी बड़ी मांग, CM मान जाएंगे?
'सोचना भी नहीं कोई मुझे डरा-धमका सकता है', पूर्व सांसद की याचिका पर सुनवाई करते हुए क्यों CJI को कहनी पड़ी यह बात?
'सोचना भी नहीं कोई मुझे डरा-धमका सकता है', पूर्व सांसद की याचिका पर सुनवाई करते हुए क्यों CJI को कहनी पड़ी यह बात?
जब बॉलीवुड ने पर्दे पर उतारे असली गैंगस्टर्स, अक्षय खन्ना से विवेक ओबेरॉय तक दिखें दमदार रोल
जब बॉलीवुड ने पर्दे पर उतारे असली गैंगस्टर्स, अक्षय खन्ना से विवेक ओबेरॉय तक दिखें दमदार रोल
शुभमन गिल को टी20 टीम में होना चाहिए या नहीं? ये क्या कह गए गुजरात टाइटंस के कोच आशीष नेहरा; जानें क्या बोले
शुभमन गिल को टी20 टीम में होना चाहिए या नहीं? ये क्या कह गए गुजरात टाइटंस के कोच आशीष नेहरा; जानें क्या बोले
सुबह उठते ही सिर में होता है तेज दर्द, एक्सपर्ट से जानें इसका कारण
सुबह उठते ही सिर में होता है तेज दर्द, एक्सपर्ट से जानें इसका कारण
फर्जीवाड़ा कर तो नहीं लिया लाडकी बहिन योजना का लाभ, वापस करना पड़ेगा पैसा; कहीं आपका नाम भी लिस्ट में तो नहीं?
फर्जीवाड़ा कर तो नहीं लिया लाडकी बहिन योजना का लाभ, वापस करना पड़ेगा पैसा; कहीं आपका नाम भी लिस्ट में तो नहीं?
BCCI का अंपायर बनने के लिए कौन-सा कोर्स जरूरी, कम से कम कितनी मिलती है सैलरी?
BCCI का अंपायर बनने के लिए कौन-सा कोर्स जरूरी, कम से कम कितनी मिलती है सैलरी?
Embed widget