Australian NCAP vs GNCAP: दोनों सेफ्टी टेस्ट के बीच कहां खड़ी है महिंद्रा स्कॉर्पियो-एन? जान लीजिये
भारत में बीएनसीएपी सेफ्टी टेस्ट कंपल्सरी होना चाहिए और 6 एयरबैग जैसे ज्यादा बुनियादी सेफ्टी फीचर्स स्टैंडर्ड होने चाहिए.

Australian NCAP vs GNCAP for Mahindra Scorpio-N: महिंद्रा एंड महिंद्रा की नजर ग्लोबल मार्केट पर है, जिसके चलते XUV700 और स्कॉर्पियो-एन भारत के बाहर अन्य बाजारों में भी बेची जाती है. विदेश में कुछ चुनिंदा बाज़ारों में बिक्री के लिए जाने वाली इन गाड़ियों को उन बाजारों के सेफ्टी क्रैश टेस्ट से भी गुजरना पड़ता है.
यहां, स्कॉर्पियो एन ने ऑस्ट्रेलियाई एनसीएपी में जीरो स्टार स्कोर किया है और जिसकी मुख्या वजह ADAS फीचर्स का न होना भी है, जोकि XUV700 में उपलब्ध है. महिंद्रा स्कॉर्पियो को अप्रैल 2023 में ऑस्ट्रेलिया में और अगस्त 2023 में न्यूजीलैंड में पेश किया गया था. जिसमें ऑटोनोमस इमरजेंसी ब्रेकिंग (AEB) सिस्टम, या लेन सपोर्ट सिस्टम (LSS) मौजूद नहीं है और इसी वजह से इसे जीरो स्टार रेटिंग मिली.
इसी तरह, स्कॉर्पियो एन को एडल्ट पैसेंजर्स की सेफ्टी के लिए जीएनसीएपी क्रैश टेस्ट में 5 स्टार और चाइल्ड सेफ्टी के लिए तीन स्टार मिले, तो यह कैसे संभव है? सीधे शब्दों में कहें तो, आप GNCAP की तुलना ऑस्ट्रेलियाई NCAP या यहां तक कि सख्त यूरो NCAP से नहीं कर सकते. GNCAP टेस्ट में, स्कॉर्पियो एन ने एडल्ट पैसेंजर सेफ्टी में 34 में से 29.25 नंबर हासिल किए, जबकि ऑस्ट्रेलियाई एनसीएपी में इसने 40 में से केवल 17.67 नंबर ही हासिल किए. जिसकी वजह सख्त परीक्षण मानक और प्रोटोकॉल में भारी अंतर के कारण है. तो क्या इसका मतलब यह है, कि भविष्य में Bncap टेस्ट को और ज्यादा सख्त करने की जरुरत है?
खैर, ये परीक्षण इस बात की तरफ इशारा करने के लिए हैं, कि कार मैन्युफैक्चरर को अपनी कारों को लेटेस्ट सेफ्टी फीचर्स के साथ अपडेट रखें और इसके लिए खुद तैयार रहें. जिसमें एडीएएस भी शामिल है. भारत में बीएनसीएपी सेफ्टी टेस्ट कंपल्सरी होना चाहिए और 6 एयरबैग जैसे ज्यादा बुनियादी सेफ्टी फीचर्स स्टैंडर्ड होने चाहिए.
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Source: IOCL






















