Shani Dev: शनि देव की नाराजगी: क्या आपके दुर्भाग्य का कारण यही है?
Shani Dev: बार-बार कर्ज में डूबना, EMI का बोझ बढ़ना और मेहनत का फल न मिलना, ये सिर्फ आर्थिक समस्या नहीं, शनि की नाराजगी का संकेत भी हो सकता है.

Shani Dev: कर्ज से परेशान हैं, EMI का बोझ कम होने की बजाए बढ़ता ही जा रहा है तो, एक बार अपनी कुंडली का भी विश्लेषण करा लेना चाहिए. क्योंकि कई बार आपके तमाम प्रयासों को ग्रहों की चोट लगती रहती है और आप समझ ही नहीं पाते हैं, और जब तक अहसास होता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है.
शनि देव कलियुग के न्यायाधीश, जो हर गलती का लेखा-जोखा रखते हैं
ब्रह्मांड पुराण के अनुसार शनि सर्वग्रहाणां मध्ये न्यायधिपः स्मृतः यानि सभी ग्रहों में शनि को न्यायाधीश माना गया है. ज्योतिष शास्त्र में शनि को कर्मों का फल देने वाला ग्रह माना गया है. यह ग्रह व्यक्ति के अच्छे या बुरे कर्मों का फल देता है, जैसे कोई न्यायाधीश किसी अपराध के अनुसार सजा या निर्दोष को राहत देता है.
इसलिए शास्त्रों में कहा गया है कि शनि न तो पक्षपाती हैं, न ही क्रूर स्वभाव से दण्ड देने वाले, वे केवल कर्मों का निष्पक्ष मूल्यांकन करते हैं. बृहत्पाराशर होरा शास्त्र और अन्य ग्रंथों में शनि को दण्डाधिपति, कर्मफलदाता और न्यायकारी बताया गया है.
क्या शनि नाराज हैं? कर्ज और हानि के ये इन संकेतों से पहचानें
- अचानक कर्ज और EMI का बढ़ना
आप चाहे कितनी भी कोशिश करें, कर्ज खत्म होने के बजाय बढ़ता जा रहा है? यह शनि के दंड कारक प्रभाव का संकेत हो सकता है. - मेहनत का फल नहीं मिलना
जब शनि क्रुद्ध होते हैं, तब इंसान को अपने कर्मों का पूरा फल नहीं मिलता. मेहनत होती है, लेकिन बचत या स्थायित्व नहीं बनता. - व्यापार में धोखा
कुंडली में शनि नीच का हो या सप्तम/द्वादश भाव में अशुभ हो, तो बिज़नेस में पार्टनर से धोखा, साझेदारी टूटना आदि संभव है. - पैसे का सुख नहीं मिलना
धन आता है लेकिन तुरंत चला जाता है? यह शनि की चोरवत् दृष्टि का संकेत हो सकता है. जातक पारिजात के अनुसार मङ्गलो हि गृहं भित्त्वा सौख्यं हरति चौरवत् अर्थात मंगल ग्रह घर को भेदकर चोर की तरह सुख को चुरा लेता है. शनि भी कुछ इसी तरह के फल जीवन में देते हैं. - कोर्ट-कचहरी या लोन केस में फंसना
शनि की दशा में जातक को विवाद, कोर्ट केस, या ऋण विवाद झेलने पड़ते हैं.
बिना कुंडली के कैसे जानें शनि भयंकर नाराज हैं?
अगर आपके पास सटीक जन्म तिथि या समय नहीं है, तब भी आप इन संकेतों से शनि की स्थिति को पहचान सकते हैं-
- लगातार धन हानि या लेन-देन में धोखा
- घर में झगड़े या रिश्तों में दरार
- अवसाद, डर, नींद की कमी या मानसिक थकान
- कालसर्प या पितृ दोष जैसा प्रभाव महसूस होना
क्या करें जब शनि नाराज हों? उपाय जो तुरंत आरंभ करें
- शनिवार को शनि मंदिर जाएं
- तेल चढ़ाएं, शनि चालीसा या "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें.
- गरीबों की मदद करें
- काले वस्त्र, तिल, उड़द, जूते, छाता आदि का दान करें.
झूठी शान और धोखा न करें
शनि दिखावे से चिढ़ते हैं. जो लोग छल-कपट करते हैं, उन्हें शनि की दशा में भारी नुकसान उठाना पड़ता है.
काम के प्रति ईमानदार रहें
शनि कर्म का ग्रह है. कर्म पथ से हटने पर वह दंडित करते हैं, लेकिन अनुशासित जीवन पर आशीर्वाद बरसाते हैं.
शास्त्र शनि के दंड के बारे में कहते हैं कि 'शनि यदि कुपितः स्यात्, न देवो रक्षितुं क्षमः' इसका मतलब है कि यदि शनि कुपित हो जाएं, तो देवता भी रक्षा नहीं कर सकते. शनि से स्वयं भगवान शिव भी नहीं बच सके.
FAQs
- शनि की अशुभ दशा में कर्ज क्यों बढ़ता है?
उत्तर: शनि कर्मफलदाता हैं. यदि पिछले कर्म या वर्तमान में लापरवाही हो, तो शनि कर्ज और दंड के रूप में फल देते हैं. - क्या बिना कुंडली के भी शनि की दशा पहचानी जा सकती है?
उत्तर: हां, जीवन में अचानक हानि, कोर्ट केस, मानसिक अवसाद, और रिश्तों में खटास इसके संकेत हो सकते हैं. - शनि को प्रसन्न करने का सरल उपाय क्या है?
उत्तर: शनिवार को तेल चढ़ाएं, शनि चालीसा पढ़ें और जरूरतमंदों को दान करें.
अगर आप जीवन में आर्थिक संघर्ष, कर्ज, धोखा और संघर्ष से गुजर रहे हैं, तो ये केवल बाहरी कारण नहीं, ग्रहों की अशुभ दृष्टि खासतौर पर शनि देव की नाराजगी का परिणाम भी हो सकता है.
Source: IOCL


















