Marriage Astrology: विवाह के लिए ढूंढ रहे हैं कन्या तो इन बातों का रखें ध्यान, स्वर्ग बन जाएगा जीवन
Marriage Astrology: विवाह के बाद जीवन में कई बदलाव आते हैं. जीवनसंगनी अगर सर्वगुण संपन्न मिल जाए तो क्या कहने. समुद्र शास्त्र में ऐसे शुभ चिह्न बताए गए हैं जो पत्नी में हो तो वह बहुत भाग्यशाली होती है.
Samudrik Shastra: शादी-विवाह (Wedding) की बात चलती है तो मन में एक सवाल आता है कि मेरा जीवनसाथी (Life Partner) कैसा होगा? क्या जीवनसाथी आपके लिए भाग्यशाली (Lucky) होगा, क्या जीवनसाथी के जीवन में आने से आपकी किस्मत चमकेगी.
दरअसल कहते हैं कि शादी के बाद लोगों की किस्मत भी बदलती है. इसकी वजह समुद्र शास्त्र (Samudrik Shastra) में बताया गया है कि कुछ ऐसे शुभ चिह्न हैं जो पत्नी में हो तो वह बहुत ही भाग्यशाली होती है. न सिर्फ अपने और अपने पति के लिए लिए बल्कि अपने परिवार के लिए भी.
ज्योतिष से जानिए भाग्यशाली जीवनसाथी के गुण (lucky partner Qualities)
पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास (Anis Vyas) बताते हैं कि, भविष्य पुराण, गरुड़ पुराण (Garuda Purana), विष्णु पुराण सहित कई पुराणों में भी इन बातों का जिक्र किया गया है. अगर आप विवाह के लिए जीवनसाथी का चुनाव करते समय आपको कन्या के इन गुण और लक्षणों पर भी ध्यान देंगे तो संभव है कि आपका जीवनसाथी आपके घर में हमेशा के लिए शुभ लाभ लेकर आएगा.
हस्तरेखा विज्ञान और कई पुराणों में ऐसी बातें बताई गई हैं जिन पर गौर करेंगे तो आपको न सिर्फ सुंदर जीवनसाथी की प्राप्ति होगी बल्कि वह आपकी किस्मत को भी चमका देगा. समुद्रशास्त्र में अंगों की बनावट और रुप रेखा के आधार पर मनुष्य के भाग्य, गुण और जीवन के दूसरे पहलुओं के बारे में जाना जा सकता है. इसके अनुसार जिन कन्याओं का चेहरा अपने पिता के चेहरे से मिलता-जुलता हो, वो बहुत ही भाग्यशाली होती हैं. इन्हें जीवन में हर सुख मिलता है. इसके विपरीत माता से मिलने वाले पुरुष को भी भाग्यशाली माना जाता है.
ऐसी रूपरेखा वाली युवतियां बनती हैं भाग्यशाली जीवनसाथी
जिन कन्याओं का चेहरा गोल, मांसल, चिकना और आकर्षक होता है वह किस्मत वाली होती है.जिन युवतियों के शरीर आगे की तरफ हाथी की तरह उठा हुआ होता है,वह सौभाग्यशालिनी होती हैं. ऐसी युवतियां अपने पति के लिए बेहद लकी साबित होती हैं. वहीं जिन लड़कियों का ललाट समतल और सिंदूर लगाने वाला स्थान कुछ उन्नत होता है, वे सौभाग्यवती होती हैं. इनके सुहाग की उम्र लम्बी होती है.
यदि कन्या के बाल काले, मेघमय हों और कुंड के समान मुड़े हों तो यह बड़ा ही शुभ माना जाता है. बाल चिकने, कोमल और मुलायम होना भी उत्तम कन्या की पहचान है. जिन युवतियों की भौंहें एक बराबर दूरी पर हों, सटी हुई नहीं हों और धनुष के समान झुकी हों, वे भाग्यशालिनी होती हैं.
जिन युवतियों के नेत्र कमल की पंखुडी के समान और उनके बीच का स्थान दूध के समान सफेद हो, ये कन्याएं पति के लिए भाग्यवर्धक होती हैं. जिन कन्याओं की भुजाओं में हड्डियों का जोड़ नजर नहीं आता. हाथ व भुजाएं कोमल होने के साथ हाथों में अधिक रोम नहीं होते, वे भी भाग्यशालिनी होती हैं. हथेली से नाखून की और अंगुलियां पतली और उंगली के पोर लंबे होना शुभदायक होता है.
सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार जिन कन्याओं के पैरों के तलवे लालिमायुक्त और चिकने होते हैं, वे लक्ष्मी के समान होती हैं. पैरों की अंगुलियां कोमल और आपस में सटी हुई हों तो शुभ होता है. कन्या को देखते समय यह भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि उसके पैर की कनिष्ठा यानी छोटी अंगुली भूमि को स्पर्श करता हो, वह शुभ होता है.
जिन कन्याओं के तलवे मांसल, समतल और पसीने से रहित होते हैं, वे विवाह योग्य उत्तम मानी गई है. चिकने, गोल, उठे हुए और तांबे के समान रंग वाले नाखून शुभ होते हैं. शास्त्रों (Shastra) में वर्णित है कि लंबे बालों वाली महिलाएं पदमनी होती है अर्थात उच्च कोटि की होती है. लंबे और रेशमी बाल शुभता और सौंदर्य का प्रतीक है.
सामुद्रिक शास्त्र में लंबी गर्दन वाली महिलाओं को मंगलकारी माना गया है. जिन कन्याओं की गर्दन लम्बी होती है, वे ऐश्वर्यशालिनी होती हैं. इनके पास संपूर्ण वैभव होता है, इनके रहते पति को कभी पैसों की कमी नहीं आती.
भाग्यशाली लोगों को ही मिलती हैं ऐसी जीवनसंगिनी (Lucky Wife)
हस्त रेखा विशेषज्ञ डा. अनीष व्यास बताते हैं कि, एक स्त्री में ऐसे तमाम गुण होते हैं, जिनका मुकाबला कोई नहीं कर सकता. स्त्री के गुणों को मापना उतना ही मुश्किल है जितना एक समुद्र के पानी की गहराई को मापना. भविष्य पुराण, गरुड़ पुराण, विष्णु पुराण में स्त्री के उन गुणों के बारे में बताया गया है, जो किसी स्त्री में हो तो उसे सर्वगुण सम्पन्न माना जाता है.
समुद्रशास्त्र में कुछ ऐसे शुभ चिह्नों के बारे में बताया गया है जो अगर आपके जीवनसाथी में हों तो आप दुनिया के सबसे सौभाग्यशाली व्यक्तियों में से एक माने जाएंगे. ऐसे में विवाह के समय जीवनसाथी का चुनाव करते वक्त आप इन गुण या लक्षणों पर ध्यान देंगे तो संभव है कि आपका जीवनसाथी आपके घर में हमेशा के लिए शुभ लाभ लेकर आएगा.
- गले में तीन रेखाएं (three lines on the neck): किसी महिला की गर्दन चार अंगुली जितनी लंबी हो और उसमें तीन रेखाएं दिखाई देते हों तो ऐसी स्त्री को अत्यंत भाग्यशाली माना जाता है. कहा जाता है कि ऐसी स्त्रियों के पास सोने-चांदी की कमी नहीं रहती है. गर्ग मुनि के मुताबिक अगर किसी महिला के गले में तीन रेखाएं दिखाई देती हो और उनका गला सुंदर, गोल आकार वाला हो तो यह बेहद शुभ परिणाम देने वाला होता है.
- गोल गाल का होना (Round cheeks): जिन लड़कियों के गाल चारो तरफ से गोल और कुछ पीलापन लिए हुए हो ऐसे गालों का होना बहुत ही शुभ माना जाता है. वहीं अगर किसी महिला के गाल पिचके, खुरदरे और पतले हो तो यह शुभ लक्षण नहीं माना जाता है.
- सुंदर और सफेद दांत (Beautiful and White Teeth): जिस स्त्री के दांत सुंदर, चमकीला, सफेद और आगे की तरफ निकले हुए हों ऐसी स्त्रियां बहुत ही भाग्यशाली होती हैं. कहा जाता है ऐसी स्त्रियां शाही जीवन जीती हैं. वहीं, किसी स्त्री के दांत बहुत पतले या फिर छोटे हों या होठ रुखे और फटे हुए हों तो यह शुभ नहीं माना जाता है.
- हंसते समय दांत न दिखना (No teeth showing when laughing): हंसते समय अगर किसी स्त्री के दांत न दिखाई दें और गाल फूल जाए और आंखें बंद न हो तो यह बहुत ही शुभ लक्षण माना जाता है. इसके अलावा हंसते समय अगर किसी स्त्री के गालों अगर गड्ढे पड़ते हैं तो यह अच्छा नहीं माना जाता है.
- जिह्वा (जीभ) के गुण: भविष्य पुराण में जिह्वा के चार गुण बताए गए हैं. लंबी सीधी, पतली और तांबे की तरह लाल. इसके अलावा स्कंद पुराण में कहा गया है कि जिस स्त्री की जिह्वा लाल और कोमल हो ऐसी स्त्रियां सुंदर जीवन जीती हैं.
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