Gangajal: इस दिशा में गंगाजल रखने से मिलते हैं विशेष लाभ, इन प्रयोग से रोग-शोक से मिलती है मुक्ति
Gangajal Significance: शिवजी की जटाओं से निकलने के कारण गंगाजल को बहुत ही पवित्र माना जाता है. माना जाता है कि इसेक इस्तेमाल से हर तरह की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है.

Gangajal for pooja: हिन्दू धर्म में माता गंगा का महत्त्वपूर्ण स्थान प्राप्त है. गंगा की महिमा युगों युगों से चली आ रही है. पुराणों में गंगा जल को अमृत माना गया है. गंगा नदी का जल सालों तक रखने पर भी कभी खराब नहीं होता है. माना जाता है कि इस जल के नियमित प्रयोग से कई सारे रोग दूर होते हैं. गंगा जल के गुणों को जड़ी-बूटियों और आयुर्वेद से जोड़ा जाता है.
पुराणों में गंगा को स्वर्ग की नदी माना गया है. शिवजी की जटाओं से निकलने के कारण इसके जल को बहुत ही पवित्र माना जाता है. अपने दैवीय गुणों की वजह से गंगा को विशेष दर्जा प्राप्त है. यही वजह है कि लगभग हर घर में गंगाजल रखा होता है. गंगा जल को हमेशा अपने घर के ईशान कोण यानि पूजा घर में ही रखना चाहिए. जानते हैं इसके कई प्रयोगों के बारे में.
गंगाजल के प्रयोग
गंगाजल में स्नान करने से सभी तरह के पाप धुल जाते हैं. यही वजह है कि गंगा को पापमोचनी नदी भी कहा जाता है. गंगा के जल को घर में सूर्य या चंद्र ग्रहण के समय छिड़कने से ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव खत्म हो जाता है. किसी भी मांगलिक कार्यक्रम में घर, यज्ञ वेदी या किसी स्थान को शुद्ध करने के लिए गंगा जल का प्रयोग किया जाता है. गंगा का पानी इतना शुद्ध होता है कि इसे पीने से सभी तरह के रोग और शोक मिट जाते हैं.
कहा जाता है कि मृत्यु के समय अगर किसी व्यक्ति के प्राण नहीं निकल रहे हों और वह तड़प रहा हो तो उसके मुंह में गंगा जल डालने से वह शांति से अपने शरीर त्याग कर देता है. यही वजह है कि गंगा को मोक्षदायिनी नदी भी कहा गया है. गंगा ही एक मात्र ऐसी नदी है जहां पर अमृत कुंभ की बूंदें दो जगह गिरी थी. ये जगहें प्रयाग और हरिद्वार थीं. इसीलिए यहां कुंभ का आयोजन होता है.
गंगा जल ना तो अशुद्ध होता और ना ही यह सड़ता है. इसीलिए इस जल को घर में एक तांबे या पीतल के लोटे में भरकर रखा जाता है. इसे घर में रखने सभी तरह के संकटों का समाधान होता है. गंगा का जल अगर किसी अन्य जल में डाल दिया जाए तो वह जल भी शुद्ध होकर गंगा के समान हो जाता है. इसमें कभी कीड़े पैदा नहीं होते. यही कारण है कि गंगा के पानी को बेहद पवित्र माना जाता है. इसे पीने से कई तरह के रोग नष्ट होते हैं.
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