नार्मल आलू की जगह करें गुलाबी आलू की खेती, मिलेगा लाभ
Pink Potato Cultivation: गुलाबी आलू आम आलू के मुकाबले देर से खराब होता है. ये आलू सेहत के लिए काफी लाभदायक होता है.

Pink Potato Farming: यदि आप किसान हैं और आलू की खेती करते हैं तो ये खबर आपके लिए काम की होने वाली है. अब किसानों नॉर्मल आलू की खेती करने की जरूरत नहीं है. क्योकि अब गुलाबी आलू की भी खेती हो रही है. ये आलू देखने में काफी अच्छा लगता है साथ ही इसका स्वाद भी सामान्य आलू से अच्छा है. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ये आलू ज्यादा पौष्टिक है. इसमें कार्बोहाइड्रेट व स्टार्च अच्छी मात्रा में होता है.
गुलाबी आलू को सेहत के लिए काफी लाभकारी बताया जाता है. साथ ही साथ ये जल्दी सड़ता भी नहीं है. बाजार में ये आलू तेजी लोकप्रिय हो रहा है. डिमांड बढ़ने के साथ किसानों को मुनाफा होना शुरू हो गया है. अब जितनी इसकी डिमांड बढ़ेगी किसानों को भी उतना ही अधिक फायदा होगा.
किसानों को लाभ
इस आलू की खेती तराई व पहाड़ी इलाकों दोनों में की जा सकती है. फसल को तैयार होने में 80 से 100 दिन का टाइम लग जाता है. ये आलू काफी चमकीला भी होता है जिस कारण लोग इसकी तरफ तेजी आकर्षित होते हैं. दाम की बात करें बाजारों में इसका कीमत आम आलू के मुकाबले ज्यादा होती है. प्रति हेक्टेयर के खेत में इसका 400 क्विंटल से भी ज्यादा उत्पादन हो सकता है. गुलाबी आलू की एक बार की फसल से किसान भाई को एक से दो लाख रुपये का लाभ होता है.
सेहत के लिए बढ़िया
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि ये आलू आम आलू की तुलना में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का काम करता है. गुलाबी आलू को कई माह तक आसानी से स्टोर किया जा सकता है. इसमें वायरस के चलते पनपने वाले रोग भी नहीं लगते हैं. जिस कारण किसानों की लागत में कमी आती है और मुनाफा भी ज्यादा होता है.
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Source: IOCL






















