एक्सप्लोरर

Green Pea Farming: ऑफ सीजन में भी मोटा मुनाफा देगी मटर की फसल, खेती के लिये अपनायें ये खास तरीका

Green Pea Cultivation: मटर की व्यावसायिक खेती करने पर 100 क्विंटल हरी मटर या 8 टन प्रति हेक्टेयर फलियों का उत्पादन ले सकते हैं, जिनसे 4 महीने के अंदर 3 से 5 लाख की आमदनी हो जाती है.

Process of Green Pea Farming: भारत में पूरे साल मटर की मांग और खपत बनी रहती है. वैसे तो मटर दलहनी फसल है, लेकिन बाजार में इसकी हरी फलियों (Green Pea Demand) की ज्यादा डिमांड रहती है. सिर्फ सर्दियों में ही नहीं बल्कि ऑफ सीजन में भी फ्रोजन मटर से स्वादिष्ट व्यंजन बनाये जाते हैं. इस प्रकार सीजनल और ऑफ सीजन की डिमांड को पूरा करने के लिये ज्यादार किसान बड़े पैमाने पर मटर की खेती (Pea Cultivation)  करते हैं.  इसका खेती से बेहतर उत्पादन लेने के लिये सही खेती की तकनीक, उन्नत तकनीक और समय पर प्रबंधन कार्य करना आवश्यक है.

कब करें मटर की खेती
रबी सीजन में मटर की अगेती और पछेती खेती की जाती है. इसकी फसल से बेहतरीन उत्पादन के लिये उन्नत किस्मों का चयन करना चाहिये, ताकि प्रबंधन कार्यों में अधिक लागत ना आये.

  • वैसे तो इसकी खेती हर प्रकार की मिट्टी में कर सकते हैं, लेकिन गहरी दोमट मिट्टी में इसका क्वालिटी उत्पादन ले सकते हैं. 
  • मटर की खेती के लिये मिट्टी का तापमान 6 से 7.5 पीएच मान होन चाहिये. इसे जांचने के लिये सबसे पहले मिट्टी की जांच अवश्य करवायें.

इस तरह करें रोपाई
मटर की खेती के लिये इसके उन्नत किस्मों का चयन किया जाता है और प्रमाणित स्थान से मटर के बीज खरीदकर अक्टूबर से लेकर नवंबर तक इसकी रोपाई की जाती है.

  • रोपाई के लिये सीड ड्रिल विधि का इस्तेमाल करना फायदेमंद रहता है. इससे समय और श्रम की काफी बचत होती है.
  • मटर के बीजों की बुवाई लाइनों में और बीजों के बीच भी 5 से 7 सेमी. की दूरी रखी जाती है, ताकि प्रबंधन कार्यों में आसानी रहे.

मटर की फसल में प्रबंधन कार्य
फसल की अच्छी पैदावार के लिये खेत की तैयारी के समय ही भरपूर मात्रा में गोबर की सड़ी और कंपोस्ट खाद मिट्टी में मिलाई जाती है. 

  • मटर की फसल के लिये पोषण और सिंचाई बहुत जरूरी है, क्योंकि खाद-पानी से मटर के पौधों का विकास तेजी से होता है. 
  • समय-समय पर मटर की फसल में निराई-गुड़ाई की जाती है, ताकि खरपतवारों को खत्म कर सकें.
  • कीट-रोगों की रोकथाम के लिये लगातार निगरानी करने रहना चाहिये. वहीं कीटों का प्रकोप दिखने पर जैविक कीटनाशकों का छिड़काव प्रभावी साबित होता है.


Green Pea Farming: ऑफ सीजन में भी मोटा मुनाफा देगी मटर की फसल, खेती के लिये अपनायें ये खास तरीका

मटर की कटाई
जाहिर है कि मटर की खेती सब्जी और दाल उत्पादन के दोहरे उद्देश्य के लिये की जाती है. इसके बीजों की रोपाई के बाद फसल 130 से 140 दिनों के बाद पककर कटाई के लिये तैयार हो जाती है. 

  • मटर की दाल का उत्पादन लेने के लिये तुड़ाई के बाद फलियों को सुखाया जाता है और दानों को अलग करके बाजार में दलहन के भाव पर बेचा जाता है.
  • वहीं सब्जी के लिये हरी मटर को सुखाया नहीं जाता, बल्कि तुड़ाई के बाद ही ताजा अवस्था में मंडियों में भेजा जाता है.

मटर की खेती से आमदनी
मटर की फसल से अव्वल दर्जे की उपज और बढिया मुनाफा कमाने के लिये व्यावसायिक खेती पर जोर देना चाहिये, क्योंकि अधिक उत्पादन मिलने पर फ्रोजन मटर (Frozen Pea Business) के जरिये ऑफ सीजन (Off Seasonal Profit from Pea)  में अच्छी आमदनी ले सकते हैं. 

  • मटर की साधारण खेती करने पर 20 से 25 क्विंटल प्रति हेक्टेयर का उत्पादन ले सकते हैं, जिसे बाजार में 1 से 1.5 लाख रुपये के भाव पर बेचा जाता है.
  • वहीं मटर की व्यावसायिक खेती (Commercial farming of Green Pea) करने पर 100 क्विंटल हरी मटर या 8 टन प्रति हेक्टेयर फलियों का उत्पादन (Pea Production) ले सकते हैं, जिनसे 4 महीने के अंदर 3 से 5 लाख की आमदनी हो जाती है.

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

इसे भी पढ़ें:-

Garlic Farming: ये खेती करके 6 महीने में कमा सकते हैं 10 लाख तक का मुनाफा, इन बातों का रखें खास ख्याल

Opium Cultivation: लाइसेंस लेकर करनी पड़ती है ये खेती, अच्छी क्वालिटी की फसल उगाने पर मिलता है लाखों का मुनाफा

और पढ़ें
Sponsored Links by Taboola

टॉप हेडलाइंस

'मोदी-शाह के मुंह पर...' नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल और सोनिया गांधी को राहत मिलने के बाद बीजेपी पर फायर हुए खरगे
'मोदी-शाह के मुंह पर...' नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल और सोनिया गांधी को राहत मिलने के बाद बीजेपी पर फायर हुए खरगे
'माफी काहे मांगूं?', ऑपरेशन सिंदूर पर दिए बयान से पीछे हटने को राजी नहीं पृथ्वीराज चव्हाण
'माफी काहे मांगूं?', ऑपरेशन सिंदूर पर दिए बयान से पीछे हटने को राजी नहीं पृथ्वीराज चव्हाण
Nitish Kumar Hijab Controversy: CM नीतीश कुमार की हिजाब वाली हरकत देख बौखलाया पाकिस्तानी डॉन! कहा- 'माफी मांगें, वरना...'
CM नीतीश कुमार की हिजाब वाली हरकत देख बौखलाया पाकिस्तानी डॉन! कहा- 'माफी मांगें, वरना...'
IPL Auction 2026: पार्थिव पटेल ने कहा- इस खिलाड़ी पर गुजरात टाइटंस की बहुत पहले से नजर थी, जानिए कौन है वो
पार्थिव पटेल ने कहा- इस खिलाड़ी पर गुजरात टाइटंस की बहुत पहले से नजर थी, जानिए कौन है वो

वीडियोज

Delhi Pollution: 50% वर्क फ्रॉम होम...बढ़ते पॉल्यूशन पर दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला | Delhi Pollution
VB–G RAM G Bill: VB–G RAM G आने कैसे मजदूरों को मिलेगा बड़ा फायदा! | New Mgnrega Bill | Congress
Delhi Air Pollution: दिल्ली में फैली जहरीली हवा..AQI 300 पार | Pollution | AQI | Rekha Gupta | BJP
Vipin Sharma की Inspiring Journey: Canada में संघर्ष, Chef और Editor की जिंदगी, Irrfan से मिली नई राह और Taare Zameen Par से मिली पहचान
Rahul Gandhi Germany visit : राहुल गांधी के जर्मनी दौरे की पहली तस्वीर...सैम पित्रोदा के साथ दिखे

फोटो गैलरी

Petrol Price Today
₹ 94.72 / litre
New Delhi
Diesel Price Today
₹ 87.62 / litre
New Delhi

Source: IOCL

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
'मोदी-शाह के मुंह पर...' नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल और सोनिया गांधी को राहत मिलने के बाद बीजेपी पर फायर हुए खरगे
'मोदी-शाह के मुंह पर...' नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल और सोनिया गांधी को राहत मिलने के बाद बीजेपी पर फायर हुए खरगे
'माफी काहे मांगूं?', ऑपरेशन सिंदूर पर दिए बयान से पीछे हटने को राजी नहीं पृथ्वीराज चव्हाण
'माफी काहे मांगूं?', ऑपरेशन सिंदूर पर दिए बयान से पीछे हटने को राजी नहीं पृथ्वीराज चव्हाण
Nitish Kumar Hijab Controversy: CM नीतीश कुमार की हिजाब वाली हरकत देख बौखलाया पाकिस्तानी डॉन! कहा- 'माफी मांगें, वरना...'
CM नीतीश कुमार की हिजाब वाली हरकत देख बौखलाया पाकिस्तानी डॉन! कहा- 'माफी मांगें, वरना...'
IPL Auction 2026: पार्थिव पटेल ने कहा- इस खिलाड़ी पर गुजरात टाइटंस की बहुत पहले से नजर थी, जानिए कौन है वो
पार्थिव पटेल ने कहा- इस खिलाड़ी पर गुजरात टाइटंस की बहुत पहले से नजर थी, जानिए कौन है वो
Dhurandhar की फैन हुईं प्रीति जिंटा, बोलीं- 'ये हर देशभक्त के लिए लव लेटर है'
Dhurandhar की फैन हुईं प्रीति जिंटा, बोलीं- 'ये हर देशभक्त के लिए लव लेटर है'
Dark Skin Diabetes: त्वचा का काला पड़ना दे सकता है डायबिटीज का इशारा, जानें कब हो जाएं सतर्क?
त्वचा का काला पड़ना दे सकता है डायबिटीज का इशारा, जानें कब हो जाएं सतर्क?
ब्रुनेई में काम करेंगे तो कितनी होगी कमाई, जानिए ब्रुनेई डॉलर की भारत में कीमत
ब्रुनेई में काम करेंगे तो कितनी होगी कमाई, जानिए ब्रुनेई डॉलर की भारत में कीमत
3 लाख का सोना खरीदना ज्यादा फायदेमंद या चांदी, जानें 2050 में किसकी कितनी होगी कीमत?
3 लाख का सोना खरीदना ज्यादा फायदेमंद या चांदी, जानें 2050 में किसकी कितनी होगी कीमत?
Embed widget