Uttarakhand Glacier Burst: बर्फ से निकले मजदूरों ने सुनाई एवलांच की आपबीती! | Chamoli Avalanche
शुक्रवार (28 फरवरी) को हुए भीषण हिमस्खलन के बाद बचाव कार्य खत्म हो चुका है. इस हादसे में कुल 54 मजदूर फंस गए थे, जिनमें से 46 मजदूरों को रेस्क्यू अभियान में सुरक्षित निकाल लिया है और 8 श्रमिकों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. रविवार को सेना आईटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमें हेलीकॉप्टर और थर्मल इमेजिंग कैमरों की मदद से बचाव कार्य में जुटी रहीं. सेना के सात और एक निजी कंपनी के हेलीकॉप्टर राहत कार्यों में लगे हैं. लेफ्टिनेंट कर्नल अंकित कुमार मिश्रा के अनुसार श्रमिकों की खोज के लिए लगातार प्रयास जारी रहा. हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य हो गया था शुरू माणा कैंप के पास निर्माण कार्यों में लगे मजदूर उस समय हिमस्खलन की चपेट में आ गए, जब अचानक भारी बर्फबारी के कारण ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटकर उनके अस्थायी शेल्टर पर गिर गया. हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिया गया, लेकिन अत्यधिक बर्फबारी और खराब मौसम के कारण अभियान में बाधाएं आईं. एक मजदूर पहले ही चला गया था घर जिला प्रशासन की प्रारंभिक रिपोर्ट में 55 मजदूरों के फंसे होने की बात कही गई थी, लेकिन बाद में पता चला कि एक मजदूर पहले ही अपने घर लौट चुका था. अब तक पांच कंटेनरों को ट्रेस कर उनमें फंसे श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है, लेकिन तीन कंटेनरों तक अभी भी बचाव दल नहीं पहुंच सके हैं. सीएम धामी रविवार को फिर पहुंचे आपदा परिचालन केंद्र


























