Gopal Khemka Murder Case: सम्राट चौधरी ने गोपाल खेमका के परिवार से की मुलाकात दिया न्याय का भरोसा
पटना में एक कारोबारी की हत्या के बाद बिहार में कानून व्यवस्था पर बहस छिड़ गई है। विपक्ष का आरोप है कि राज्य में 'महा जंगलराज' कायम हो गया है। एक तरफ जहां सरकार का पक्ष रख रहे एक व्यक्ति ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि विपक्ष घटनाओं को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहा है, वहीं दूसरी ओर विपक्ष के एक सदस्य ने सरकार के दावों पर सवाल उठाए। सरकार के पक्षकार ने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि बिहार पुलिस की चार्जशीट फाइल करने की दर 95% से अधिक है और हत्या के मामलों में यह दर 19% से अधिक है। उन्होंने यह भी कहा कि महिला अपराधों में दोषसिद्धि की दर 61% से अधिक है और संज्ञेय अपराध राष्ट्रीय औसत से आधे से भी कम हैं। इसके विपरीत, विपक्ष के सदस्य ने कहा कि आज दिन में भी बाहर निकलना मुश्किल हो गया है और पटना जैसे शहर में भी आए दिन हत्याएं हो रही हैं। उन्होंने सीवान में हाल ही में हुई चार हत्याओं का भी जिक्र किया। विपक्ष के सदस्य ने NCRB के आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि बिहार हत्या, बलात्कार और नारी उत्पीड़न में शीर्ष पर है। उन्होंने कहा, "बिहार का मतलब बेरोजगारी, बिहार का मतलब प्लान, बिहार की मतलब का मतलब हत्या, बिहार का मतलब रेप, बिहार का मतलब नाड़ी उत्पीड़न, ये सारी चीजें आज बिहार की पहचान बन गई है पूरे देश में।" उन्होंने यह भी कहा कि बिहार बेरोजगारी और पलायन में भी सबसे ऊपर है
























