Flood News Update: पानी ने जाते-जाते तबाह कर दिया, Punjab का दर्द सदियों तक याद रहेगा!
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक बेकाबू ट्रक नो एंट्री ज़ोन में घुस जाता है, जिसे रोकने का प्रयास कर रहे एक युवक पर ड्राइवर ट्रक चढ़ाने की कोशिश करता है. हरियाणा नंबर का यह ट्रक बिना रियर नंबर प्लेट के देहरादून की व्यस्त सशस्त्र धारा रोड पर चल रहा था. वहीं, दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के टिकरिया गांव में, स्कूल जाने वाले बच्चे हर दिन जान जोखिम में डालकर नदी पार करते हैं. गांव में पुल न होने के कारण, पानी का बहाव तेज होने पर भी ये बच्चे अपनी साइकिल कंधे पर उठाकर स्कूल पहुंचने के लिए मजबूर हैं. ये दो अलग-अलग घटनाएं, एक ओर कानून व्यवस्था की स्थिति और दूसरी ओर बुनियादी ढांचे की कमी को दर्शाती हैं. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक बेकाबू ट्रक नो एंट्री ज़ोन में घुस जाता है, जिसे रोकने का प्रयास कर रहे एक युवक पर ड्राइवर ट्रक चढ़ाने की कोशिश करता है. हरियाणा नंबर का यह ट्रक बिना रियर नंबर प्लेट के देहरादून की व्यस्त सशस्त्र धारा रोड पर चल रहा था. वहीं, दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के टिकरिया गांव में, स्कूल जाने वाले बच्चे हर दिन जान जोखिम में डालकर नदी पार करते हैं. गांव में पुल न होने के कारण, पानी का बहाव तेज होने पर भी ये बच्चे अपनी साइकिल कंधे पर उठाकर स्कूल पहुंचने के लिए मजबूर हैं. ये दो अलग-अलग घटनाएं, एक ओर कानून व्यवस्था की स्थिति और दूसरी ओर बुनियादी ढांचे की कमी को दर्शाती हैं. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक बेकाबू ट्रक नो एंट्री ज़ोन में घुस जाता है, जिसे रोकने का प्रयास कर रहे एक युवक पर ड्राइवर ट्रक चढ़ाने की कोशिश करता है. हरियाणा नंबर का यह ट्रक बिना रियर नंबर प्लेट के देहरादून की व्यस्त सशस्त्र धारा रोड पर चल रहा था. वहीं, दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के टिकरिया गांव में, स्कूल जाने वाले बच्चे हर दिन जान जोखिम में डालकर नदी पार करते हैं. गांव में पुल न होने के कारण, पानी का बहाव तेज होने पर भी ये बच्चे अपनी साइकिल कंधे पर उठाकर स्कूल पहुंचने के लिए मजबूर हैं. ये दो अलग-अलग घटनाएं, एक ओर कानून व्यवस्था की स्थिति और दूसरी ओर बुनियादी ढांचे की कमी को दर्शाती हैं.


























