Delhi Assembly Session: जनभीम के नारे लगाएं तो AAP विधायकों को निलंबन- Atishi | ABP NEWS
Hindi News:दिल्ली विधानसभा सत्र का आज (गुरुवार, 27 फरवरी) तीसरा दिन है. इस बीच विपक्षी दल आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों को दिल्ली विधानसभा परिसर में एंट्री करने से रोक दिया गया. सत्र के दूसरे दिन ही आप के 21 विधायकों को पूरे सेशन के लिए सस्पेंड कर दिया गया था. अब उनके परिसर में भी आने पर रोक लगा दी गई है. इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष आतिशी बीजेपी की रेखा गुप्ता सरकार पर हमलावर हैं.दिल्ली विधानसभा सत्र के दौरान, आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायकों ने कथित रूप से मुख्यमंत्री कार्यालय से डॉ. भीमराव अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हटाए जाने के विरोध में 'जय भीम' के नारे लगाए। इस पर विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने 21 AAP विधायकों, जिनमें विपक्ष की नेता अतीशी भी शामिल हैं, को तीन दिनों के लिए निलंबित कर दिया।निलंबित विधायकों ने विधानसभा परिसर में अंबेडकर की तस्वीरें लेकर विरोध प्रदर्शन किया और 'बाबासाहेब का ये अपमान नहीं सहेंगे हिंदुस्तान' और 'जय भीम' के नारे लगाए।अतीशी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने अंबेडकर की तस्वीर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर से बदल दिया है, जिससे अंबेडकर की विरासत को नजरअंदाज किया जा रहा है।इस घटनाक्रम ने दिल्ली विधानसभा में हंगामे की स्थिति उत्पन्न कर दी, और विपक्षी दलों ने भाजपा सरकार की आलोचना की।निलंबन के बाद, अतीशी और अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन जारी रखा।इस मुद्दे पर भाजपा नेताओं ने AAP पर ध्यान भटकाने का आरोप लगाया, जबकि AAP ने इसे अंबेडकर की विरासत का अपमान बताया।यह घटनाक्रम दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही में महत्वपूर्ण मोड़ है, जो राजनीतिक दलों के बीच तीव्र विवाद का कारण बना है।निलंबन के बाद, अतीशी और अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन जारी रखा।इस मुद्दे पर भाजपा नेताओं ने AAP पर ध्यान भटकाने का आरोप लगाया, जबकि AAP ने इसे अंबेडकर की विरासत का अपमान बताया।यह घटनाक्रम दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही में महत्वपूर्ण मोड़ है, जो राजनीतिक दलों के बीच तीव्र विवाद का कारण बना है।निलंबन के बाद, अतीशी और अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन जारी रखा।इस मुद्दे पर भाजपा नेताओं ने AAP पर ध्यान भटकाने का आरोप लगाया, जबकि AAP ने इसे अंबेडकर की विरासत का अपमान बताया।यह घटनाक्रम दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही में महत्वपूर्ण मोड़ है, जो राजनीतिक दलों के बीच तीव्र विवाद का कारण बना है।निलंबन के बाद, अतीशी और अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन जारी रखा।इस मुद्दे पर भाजपा नेताओं ने AAP पर ध्यान भटकाने का आरोप लगाया, जबकि AAP ने इसे अंबेडकर की विरासत का अपमान बताया।यह घटनाक्रम दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही में महत्वपूर्ण मोड़ है, जो राजनीतिक दलों के बीच तीव्र विवाद का कारण बना है।निलंबन के बाद, अतीशी और अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन जारी रखा।इस मुद्दे पर भाजपा नेताओं ने AAP पर ध्यान भटकाने का आरोप लगाया, जबकि AAP ने इसे अंबेडकर की विरासत का अपमान बताया।यह घटनाक्रम दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही में महत्वपूर्ण मोड़ है, जो राजनीतिक दलों के बीच तीव्र विवाद का कारण बना है।निलंबन के बाद, अतीशी और अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन जारी रखा।इस मुद्दे पर भाजपा नेताओं ने AAP पर ध्यान भटकाने का आरोप लगाया, जबकि AAP ने इसे अंबेडकर की विरासत का अपमान बताया।यह घटनाक्रम दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही में महत्वपूर्ण मोड़ है, जो राजनीतिक दलों के बीच तीव्र विवाद का कारण बना है।निलंबन के बाद, अतीशी और अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन जारी रखा।इस मुद्दे पर भाजपा नेताओं ने AAP पर ध्यान भटकाने का आरोप लगाया, जबकि AAP ने इसे अंबेडकर की विरासत का अपमान बताया।यह घटनाक्रम दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही में महत्वपूर्ण मोड़ है, जो राजनीतिक दलों के बीच तीव्र विवाद का कारण बना है।निलंबन के बाद, अतीशी और अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन जारी रखा।इस मुद्दे पर भाजपा नेताओं ने AAP पर ध्यान भटकाने का आरोप लगाया, जबकि AAP ने इसे अंबेडकर की विरासत का अपमान बताया।यह घटनाक्रम दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही में महत्वपूर्ण मोड़ है, जो राजनीतिक दलों के बीच तीव्र विवाद का कारण बना है।निलंबन के बाद, अतीशी और अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन जारी रखा।इस मुद्दे परभाजपा नेताओं ने AAP पर ध्यान भटकाने का आरोप लगाया, जबकि AAP ने इसे अंबेडकर की विरासत का अपमान बताया।यह घटनाक्रम दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही में महत्वपूर्ण मोड़ है, जो राजनीतिक दलों के बीच तीव्र विवाद का कारण बना है।निलंबन के बाद, अतीशी और अन्य विधायकों ने विधानसभा परिसर में विरोध प्रदर्शन जारी रखा।इस मुद्दे पर भाजपा नेताओं ने AAP पर ध्यान भटकाने का आरोप लगाया, जबकि AAP ने इसे अंबेडकर की विरासत का अपमान बताया।यह घटनाक्रम दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही में महत्वपूर्ण मोड़ है, जो राजनीतिक दलों के बीच तीव्र विवाद का कारण बना है।
























