देवी के भक्ति मार्ग में बादलों का विघ्न !
हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर जारी है। कुल्लू मनाली में बादल फटने और भारी बारिश के बाद पंडोह डैम से पानी छोड़े जाने से ब्यास नदी ने रौद्र रूप ले लिया है। नदी के किनारे अवैध खनन और सरकारी स्तर पर योजना की कमी को भी तबाही का कारण बताया जा रहा है। ब्यास नदी ने कुल्लू मनाली के रास्ते में दर्जनों जगहों पर सड़क को बहा दिया है। टोल प्लाजा भी पानी में डूब गया है। मनाली का प्रसिद्ध होटल शेर-ए-पंजाब का पिछला हिस्सा ब्यास नदी में समा गया है। हिमाचल में तीन नेशनल हाईवे और करीब 700 सड़कें टूट गई हैं, जिससे आवागमन बाधित है। कई सैलानी भी फंसे हुए हैं। पंजाब में भी बाढ़ से हालात खराब हैं, जहां 23 में से 16 जिले प्रभावित हैं। सेना बचाव कार्य में जुटी है। एक बाढ़ पीड़ित महिला ने बताया, "बहुत बुरा है वहाँ पे हाल बहुत बुरे हैं। लोगों ने कुछ खाया है कुछ सुबह से कुछ। नहीं, कुछ नहीं सभी भूखे हैं, बच्चे भी भूखे हैं हमारे।" गुरदासपुर में नवोदय विद्यालय की एक मंजिल डूब गई, जहां 400 बच्चों और शिक्षकों को गांव वालों ने बचाया। हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर जारी है। कुल्लू मनाली में बादल फटने और भारी बारिश के बाद पंडोह डैम से पानी छोड़े जाने से ब्यास नदी ने रौद्र रूप ले लिया है। नदी के किनारे अवैध खनन और सरकारी स्तर पर योजना की कमी को भी तबाही का कारण बताया जा रहा है। ब्यास नदी ने कुल्लू मनाली के रास्ते में दर्जनों जगहों पर सड़क को बहा दिया है। टोल प्लाजा भी पानी में डूब गया है। मनाली का प्रसिद्ध होटल शेर-ए-पंजाब का पिछला हिस्सा ब्यास नदी में समा गया है। हिमाचल में तीन नेशनल हाईवे और करीब 700 सड़कें टूट गई हैं, जिससे आवागमन बाधित है। कई सैलानी भी फंसे हुए हैं। पंजाब में भी बाढ़ से हालात खराब हैं, जहां 23 में से 16 जिले प्रभावित हैं। सेना बचाव कार्य में जुटी है। एक बाढ़ पीड़ित महिला ने बताया, "बहुत बुरा है वहाँ पे हाल बहुत बुरे हैं। लोगों ने कुछ खाया है कुछ सुबह से कुछ। नहीं, कुछ नहीं सभी भूखे हैं, बच्चे भी भूखे हैं हमारे।" गुरदासपुर में नवोदय विद्यालय की एक मंजिल डूब गई, जहां 400 बच्चों और शिक्षकों को गांव वालों ने बचाया।
























