छेड़छाड़ में जेल, नौकरी गई तो सूरजपाल बना बाबा भोले, जिसके सत्संग में मर गए 121 लोग
एटा का रहने वाला सूरजपाल जाटव पिता के साथ खेती करता था. फिर पुलिस की नौकरी की. छेड़छाड़ का केस दर्ज हुआ. तो गिरफ्तार हुआ. जेल गया. नौकरी से बर्खास्तगी हुई. बाहर आया तो नाम बदला. खुद को नारायण हरि कहने लगा. फिर एक और नाम जोड़ लिया. खुद को साकार विश्व हरि कहने लगा. सत्संग करने लगा तो लोग भोले बाबा कहने लगे. और अब इसी भोले बाबा के सत्संग में ऐसी भगदड़ हुई है कि अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है और 100 से भी ज्यादा लोग अलग-अलग अस्पतालों में गंभीर हालात में भर्ती हैं. वो खुद फरार है, उसके लोग फरार हैं और जिनकी जान गई है, उनके घरवाले अस्पतालों के चक्कर काट रहे हैं. सूरजपाल जाटव से बाबा भोले बने नारायण साकार हरि की पूरी क्राइम कुंडली बता रहे हैं अविनाश राय.
























