एआई यूज करते समय इन गलतियों से बचना है जरूरी, नहीं तो हो जाएगा बड़ा कांड
पिछले कुछ समय से एआई का यूज बढ़ा है और यह लगातार बढ़ता जाएगा. ऐसे में डेटा सेफ्टी और एआई के बीच करियर ग्रोथ के लिए कुछ गलतियों से बचना जरूरी है.

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का यूज लगातार बढ़ता जा रहा है. इस साल गूगल सर्च से लेकर ऐप्स डाउनलोड तक के मामले में एआई का दबदबा रहा है. इसे देखते हुए माना जा रहा है कि अगले कुछ समय में एआई इंसानों की जिंदगी में अपनी जड़ें और गहरी कर लेगी और नए-नए फील्ड में इसका यूज होने लगेगा. इसके चलते इसके मिसयूज होने का भी खतरा है. ऐसे में खुद को सुरक्षित रखने के लिए कुछ जरूरी टिप्स को फॉलो करना जरूरी है. आज हम आपको एआई से जुड़ी उन गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनसे आपको बचना है.
चैटबॉट के हर जवाब पर भरोसा कर लेना
चैटजीपीटी या जेमिनी समेत किसी भी चैटबॉट से मिला जवाब हमेशा सच नहीं होता है. ये चैटबॉट पैटर्न के आधार पर जवाब प्रेडिक्ट करते हैं और इनका रिस्पॉन्स हमेशा सच पर आधारित नहीं होता है. इसलिए बिना वेरिफिकेशन कभी भी किसी भी चैटबॉट से मिले जवाब पर आंख मूंदकर भरोसा करने से बचें.
डेटा प्राइवेसी पर ध्यान न देना
एआई सिस्टम को अपनी ट्रेनिंग के लिए डेटा की जरूरत पड़ती है. इसलिए किसी भी चैटबॉट पर अपनी पर्सनल और सेंसेटिव जानकारी देने से बचें. अगर आप बातचीत के दौरान चैटबॉट को कोई पर्सनल जानकारी देते हैं तो इसका इस्तेमाल ट्रेनिंग के लिए हो सकता है और यह जानकारी दूसरे लोगों को भी दिख सकती है.
सब कुछ एआई पर छोड़ देना
एआई ने काम करने का तरीका पूरी तरह बदल दिया है. अब बॉस को मेल लिखने से लेकर मेडिकल सलाह देने तक सब काम चैटबॉट कर सकते हैं. ऐसे में लोग अब खुद काम करना छोड़कर सब एआई पर छोड़ रहे हैं. इससे बचते हुए अपनी समझ से काम लेना चाहिए.
एआई टूल्स का यूज न करना
आज एआई हकीकत बन चुकी है और अब यह ऑप्शनल नहीं रह गई है. अगर आप प्रोफेशनल हैं तो एआई टूल्स की मदद से अपने काम को आसान बना सकते हैं. कंपनियां भी इस पर जोर दे रही है. जो लोग अभी एआई टूल्स को यूज नहीं करेंगे, उनके करियर में पीछे रहने का खतरा बना रहेगा.
ये भी पढ़ें-
16GB रैम वाले फोन के दिन गए? इस कारण हो सकते हैं बंद, यह सेगमेंट करेगा कमबैक
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























