(Source: ECI / CVoter)
अब डीपफेक नहीं होगा बर्दाश्त! एलन मस्क X पर लाए नया फीचर, ऐसे लगेगा पता
X New Feature on Deepfake: एलन मस्क का यह फीचर डीपफेक और शैलोफेक को पहचानने में मदद करेगा. इस फीचर के आने से इमेज के नोट्स ऑटोमेटिक तरीके से पोस्ट्स पर दिखाई देंगे.
Elon Musk New Feature on Deepfake: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के मालिक एलन मस्क ने डीपफेक को लेकर कमर कस ली है. एक्स पर एक नया फीचर आ रहा है, जो कि डीपफेक के साथ-साथ शैलोफेक पर भी शिकंजा कसेगा. मस्क ने शनिवार को कहा कि Improved Image Matching नाम का एक नया अपडेट एक्स पर आ रहा है, जिससे किसी भी फर्जी इमेज की पहचान करना आसान हो जाएगा.
एलन मस्क ने पोस्ट कर दी जानकारी
एलन मस्क के मुताबिक, इस फीचर के आने से डीपफेक (और शैलोफेक) को हराने में मदद मिलेगी. एक्स के इस नये फीचर में इमेज के नोट्स ऑटोमेटिक तरीके से पोस्ट्स पर दिखाई देंगे. आप आसानी से सीधे नोट डिटेल्स में देख पाएंगे कि इमेज नोट कितने पोस्ट से मिलते हैं. कंपनी के एक प्रवक्ता के मुताबिक, यह आम बात है कि ये नोट्स दर्जनों, सैकड़ों और कभी-कभी हजारों पोस्ट से मैच हो पाएं.
This should make a big difference in defeating deepfakes (and shallowfakes) https://t.co/rQ8mtBB9qr
— Elon Musk (@elonmusk) May 3, 2024
30 फीसदी से ज्यादा पोस्ट पर दिखाएगा नोट्स
कम्युनिटी नोट्स ने इसको लेकर एक्स पर जानकारी दी कि Improved Image Matching अब 30 फीसदी से ज्यादा पोस्ट पर नोट्स दिखाएगा, जो कि समान या मिलती जुलती इमेज होंगी. इसके साथ ही ये भी बताया गया है कि यह अपडेट रोलआउट कर दिया गया है और सब मॉनिटर किया जा रहा है. इससे फर्जी इमेज को आसानी से पहचाना जाएगा.
Improved image matching will now show notes on ~30% more posts that contain similar or identical images.
— Community Notes (@CommunityNotes) May 3, 2024
We just rolled out the update and will be monitoring for any erroneous image matches. https://t.co/s92XoA1SZ9
क्या होता है शैलोफेक और डीपफेक?
शैलोफेक्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद के बिना तैयार की गई फोटोज, वीडियो और वॉयस क्लिप हैं, जो कि व्यापक रूप से उपलब्ध एडिटिंग और सॉफ्टवेयर टूल का इस्तेमाल करते हैं. इसके अलावा डीपफेक की बात करें तो इसमें एआई की मदद से लोगों की तस्वीरों, वीडियो और ऑडियो के साथ छेड़छाड़ की जाती है. सिर्फ आम जनता ही नहीं बल्कि सेलिब्रिटी और बड़े राजनेता भी डीपफेक से बच नहीं पाए हैं. इनसे जुड़े कई वीडियो भी सामने आए हैं.
वीडियो और ऑडियो दोनों ही रूप में डीपफेक का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें पहले एआई और मशीन लर्निंग की मदद से वीडियो या ऑडियो तैयार किया जाता है. जिससे किसी भी शख्स का चेहरा लगाकर या वॉयस कॉपी कर गलत तरीके से इस्तेमाल किया जाता है. एआई की मदद से व्यक्ति के वॉइस का क्लोन भी जनरेट किया जा सकता है, जो कि पूरी तरह एक जैसा लगता है. ऐसा कहा जा रहा है कि डीपफेक मॉर्फ वीडियो का ही एक एडवांस रूप है.
तीन साल की हो सकती है जेल
सरकार ने भी डीपफेक से निपटने के लिए कई कड़े कदम उठाए हैं और अगर कोई शख्स दोषी पाया जाता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. यहां तक कि ऐसे व्यक्ति को तीन साल तक की जेल भी हो सकती है.
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