Vrindavan News: वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर में भाई दूज से बदल जाएगा दर्शन का समय, जाने से पहले जान लें समय
Banke Bihari: दिवाली के बाद भाई दूज से ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में ठाकुर जी के दर्शन का समय बदल दिया जाएगा. 27 अक्टूबर से दर्शन की शरदकालीन समय सारणी लागू हो जाएगी, जो होली के आगे तक चलेगी.

Mathura News: वृन्दावन (Vrindavan) के प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी (Banke Bihari) मंदिर में 27 अक्टूबर भाई दूज से दर्शन का समय बदला जाएगा. मंदिर प्रबंधन की ओर से शुक्रवार को यह जानकारी दी गई. मंदिर के महाप्रबंधक मुनीश शर्मा और प्रबंधक उमेश सारस्वत ने बताया कि सात अक्टूबर से मंदिर में दर्शन की शरदकालीन समय सारणी लागू हो जाएगी, जो होली के आगे तक चलेगी.
ये होगा दर्शन का नया समय
मंदिर प्रबंधन ने बताया कि हर साल दिवाली के बाद भाई दूज से ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में ठाकुर जी के दर्शन के समय में बदलाव किया जाता है. इसी परंपरा का पालन करते हुए मंदिर के दर्शन के समय में परिवर्तन किया जा रहा है. इसके अनुसार 27 अक्टूबर भाई दूज से ठाकुर बांके बिहारी के पट सुबह आठ बजकर 45 मिनट पर खुलेंगे. आठ बजकर 55 मिनट पर श्रृंगार आरती के दर्शन होंगे. दोपहर 12 बजे ठाकुर जी का राजभोग आएगा, साढ़े 12 बजे फिर से ठाकुर जी के पट खुलेंगे. इसके बाद दोपहर 12 बजकर 55 मिनट पर भक्तों को राजभोग आरती के दर्शन होंगे.
25 अक्टूबर को सभी मंदिरों के कपाट बंद
प्रबंधन ने बताया कि इसके बाद शाम को साढ़े चार बजे से पुन: ठाकुर जी के दर्शन होंगे. शाम साढ़े सात बजे शयन भोग आएगा. इसके बाद रात आठ बजे से ठाकुर जी का भक्तों को दर्शन मिलेगा. रात आठ बजकर 25 मिनट पर शयन भोग आरती के दर्शन होंगे. इसके अलावा मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर दीपावली और अन्नकूट आदि पर्वों को धूमधाम से मनाने की तैयारियां चल रही हैं. इसी बीच 25 अक्टूबर को पड़ने वाले सूर्यग्रहण के दिन जन्मस्थान के सभी मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे.
श्रीकृष्ण जन्मभूमि में 23 अक्टूबर को होगा दीम महोत्सव
श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि दीप महोत्सव का प्रारंभ 23 अक्टूबर को होगा. सायंकाल भगवान श्री केशव देव के सम्मुख पुष्प-रंगोली के मध्य दीपदान का आयोजन होगा. 24 अक्टूबर को श्री अन्नपूर्णेश्वरी महादेव मंदिर में दीपदान होगा. मंदिर के प्रधान पूजाचार्य विन्ध्येश्वरी प्रसाद अवस्थी ने बताया कि 25 अक्टूबर सूर्यग्रहण होने के कारण प्रातः चार बजकर 29 मिनट पर ग्रहण के सूतक की शुरूआत हो जाएगी. इसलिए सूर्यग्रहण के मोक्ष होने तक सभी मंदिरों के पट बंद रहेंगे. इस बीच केवल जप-ध्यान के लिए श्रद्धालु मंदिर परिसर में प्रवेश कर सकेंगे.
Source: IOCL

























