(Source: ECI / CVoter)
Uttarakhand News: लालकृष्ण आडवाणी को मिलेगा भारत रत्न, पूर्व सीएम हरीश रावत ने कर दिया मुरली मनोहर जोशी का जिक्र
LK Advani Bharat Ratna: बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने पर उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने जोरदार निशाना साधा है. इसके साथ ही उन्होंने सीएम धामी और मुरली मनोहर जोशी तो भी घेरा.
LK Advani Awarder Bharat Ratna: बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिया जाएगा. इसकी घोषणा खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की है. लालकृष्ण आडवाणी ने बीजेपी को ऊंचाइयों तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है साथ ही राम मंदिर आंदोलन में भी उनके तरफ से ऐतिहासिक कार्य किया गया था, जिसे आज राम मंदिर अयोध्या में बनकर तैयार हुआ है. मगर विपक्ष लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने पर कटाक्ष कर रहा है. उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने चुटकी लेते हुए कहा कि लालकृष्ण आडवाणी राष्ट्रपति की उम्मीद लेकर बैठे थे. मगर उनको भारत रत्न दिया जा रहा है. मुझे चिंता मुरली मनोहर जोशी की है. क्योंकि 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी जीत हासिल नहीं करेगी तो फिर मुरली मनोहर जोशी को कैसे भारत रत्न मिल पाएगा.
विपक्षी गठबंधन को झटका देते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए में शामिल हो गए हैं, जिससे विपक्षी गठबंधन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. इसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि गठबंधन की स्थिति लोकसभा चुनाव से पहले ठीक हो जाएगी. नीतीश कुमार को अपने ऊपर मोहर लगानी थी कि वह पलटू नंबर वन हैं. वहीं ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल गठबंधन के महत्वपूर्ण साझेदार हैं. सीटों के बंटवारे को लेकर जो असमंजस की स्थिति बनी हुई है वह जल्द ही समाप्त की जाएगी.
पूर्व सीएम हरीश रावत का सीएम धामी पर प्रहार
उत्तराखंड पहला राज्य बनने जा रहा है, जहां पर समान नागरिकता कानून लागू किया जाएगा. कल यानी 4 फरवरी को मुख्यमंत्री को समिति की तरफ से ड्राफ्ट भी सौंप दिया गया है. इसको लेकर हरीश रावत का कहना है कि समान नागरिकता कानून (Uniform Civil Code) लागू करना है तो दिल्ली से लागू किया जाए. धामी सरकार पर जो सवाल उठ रहे हैं, उससे बचने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना बन रहे हैं. महिला उत्पीड़न बेरोजगारी भ्रष्टाचार का जवाब ना देना पड़े, इसलिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समान नागरिकता कानून की बात कर रहे हैं. बाकी मुद्दों पर उनके पास कुछ कहने को बचा ही नहीं है.