चमोली हिमस्खलन हादसे में 48 मजदूर बचाए गए, 7 की तलाश जारी, पीएम मोदी ने की सीएम धामी से बात
Chamoli Glacier Burst: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात कर राहत और बचाव कार्यों की जानकारी ली और त्वरित बचाव कार्यों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.

Uttarakhand Chamoli Glacier Burst: उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा में शुक्रवार को हुए भीषण हिमस्खलन में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है. अब तक 48 मजदूरों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, जबकि 7 मजदूरों की तलाश अभी भी जारी है. शनिवार सुबह से ही बचाव अभियान को और तेज कर दिया गया, जिसमें अब तक नौ और मजदूरों को सुरक्षित निकाला गया है.
चमोली में मौसम साफ होते ही राहत कार्यों में तेजी लाई गई है. भारतीय सेना, आईटीबीपी (इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस) और एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स) की टीमें बर्फ में दबे मजदूरों की तलाश में जुटी हुई हैं. बर्फ में दबे एक और घायल मजदूर को ज्योर्तिमठ लाया गया है, जहां उसका इलाज किया जा रहा है. हिमस्खलन को देखते हुए एसडीआरएफ मुख्यालय, जौलीग्रांट से अलर्ट जारी किया गया है और हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीमों को विशेष रूप से तैनात किया गया है.
तीन एल्टीट्यूड पर हाई अलर्ट पर रेस्क्यू टीम
तीन हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीमों को जौलीग्रांट, सहस्रधारा और गोचर में तैनात किया गया है. जैसे ही मौसम थोड़ा साफ हुआ, टीमों ने हेलिकॉप्टर के जरिए राहत और बचाव उपकरणों के साथ उड़ान भरी.
- गोचर और सहस्रधारा में 8-8 लोगों की दो टीमों को तैनात किया गया है.
- जौलीग्रांट मुख्यालय में 10 लोगों की एक बटालियन तैनात है.
- ढालवाला की टीम यदि घायलों को एम्स ऋषिकेश ले जाने की आवश्यकता होगी, तो इस टीम को अलर्ट पर रखा गया है.
टीमों को सेटेलाइट फोन और बर्फ में राहत कार्य के लिए आवश्यक उपकरणों से लैस किया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके.
पीएम मोदी ने सीएम धामी से ली जानकारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात कर राहत और बचाव कार्यों की जानकारी ली. पीएम मोदी ने सभी प्रभावित लोगों की सुरक्षा और त्वरित बचाव कार्यों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं. वहीं, मुख्यमंत्री धामी भी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे हैं. उत्तराखंड के कई जिलों में आज भी बारिश और हिमपात की संभावना है. चमोली जिले में हिमस्खलन का खतरा अभी भी बना हुआ है. स्थानीय प्रशासन ने ऊंचाई वाले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है.
बचाव कार्य को सफल बनाने के लिए सेना, आईटीबीपी, एसडीआरएफ, जिला प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर काम कर रहे हैं. एसडीआरएफ की टीम बर्फ में दबे लोगों को खोजने और निकालने के लिए आधुनिक उपकरणों के साथ काम कर रही है. स्थानीय प्रशासन घायलों के इलाज, प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और बर्फ हटाने का कार्य कर रहा है.
गोपेश्वर, ज्योर्तिमठ, औली और बद्रीनाथ समेत 40 से अधिक गांव हिमाच्छादित हो चुके हैं. कई रास्ते बर्फ से पूरी तरह ढक चुके हैं, जिससे यातायात ठप हो गया है. खराब मौसम के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है. इस हिमस्खलन में अब तक 48 मजदूरों को सुरक्षित बचाया जा चुका है, जबकि 7 की तलाश जारी है. प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री धामी लगातार राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं.
Source: IOCL






















