Pilibhit News: पीलीभीत में बाघ के हमले में मजदूर की मौत, परिजनों ने वन विभाग पर लगाया ये आरोप
UP: पीलीभीत में मजदूरी करके घर लौट रहे किसान पर अचानक बाघ ने हमला कर दिया और उसे खेत में खींचते हुए ले गया. वहीं जब राहगीरों ने क्षत विक्षत हालत में अनजान शक्स का श देखा तो वन विभाग को इसकी सूचना दी.

Uttar Pardesh News: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में मजदूरी कर घर लौट रहे किसान को घात लगाए बैठे बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया. मृतक मजदूर उत्तराखंड से मजदूरी कर जंगल के रास्ते अपने घर वापस लौट रहा था. यह घटना थाना न्यूरिया क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले टांडा विंजेसी गांव की है. दरअसल, थाना न्यूरिया क्षेत्र स्थित एड बारा गांव के निवासी 30 वर्षीय कृष्णा मजदूरी का काम कर घर वापस लौट रहा था. इसी दौरान घर से 100 मीटर की दूरी पर झाड़ियों में घात लगाकर बैठे बाघ ने मजदूर पर हमला कर दिया और करीब 200 मीटर दूर गन्ने के खेत में खींचता हुआ ले गया. बाघ के हमले में मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं मृतक मजदूर का शव क्षत-विक्षत अवस्था में अलग-अलग हिस्सों में पड़ा मिला.
वहीं इस मामले की जानकारी राहगीरों ने वन विभाग को दी. जब परिजनों को इस हादसे की यूचना मिली तो उन्होंने घटनास्थल पर पहुंचकर हंगामा करना शुरू कर दिया. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स के साथ वन विभाग की टीम ने किसी तरह परिजनों को समझा-बुझाकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मृतक परिजनों को शासन से मुआवजा दिलाए जाने का आश्वासन दिलाया है. वहीं मृतक मजदूर के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. मृतक मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करता था. मृतक अपने मां-पिता के साथ रहकर मजदूरी करता था.
बाघ गांव में घूमते रहते हैं- ग्रामीण
वन विभाग के अदिकारी संजीव कुमार ने बताया कि जंगल के पास बाघ के में किसान की मौत की सूचना मिली है. मौके पर वन विभाग की टीम पुलिस के साथ पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है. वहीं मृतक की दादी राम रति ने बताया कि घर से दो किलोमीटर दूर ही जंगल है. रात को जब पोता मजदूरी कर घर लौट रहा था उसी बीच घात लगाए बैठे बाघ ने उस पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया. कई बार वन विभाग को सूचना दी गई, लेकिन मौके पर कोई भी नहीं पहुंचा और लगातार बाघ जंगल के बाहर घर के आसपास ही घूमते रहते हैं. इससे ग्रमाणों का बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है.
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Source: IOCL





















