UPSRTC से जुड़ी बड़ी खबर, यूपी के चार जिलों को मिलेंगी AC Bus, होंगी ये सुविधाएं, जानें- क्या होगा रूट?
UPSRTC News: इन बसों में यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है. हर बस में 28 यात्रियों के बैठने की सुविधा होगी. इसमें GPS भी लगा होगा.

UPSRTC News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण को भी प्राथमिकता दे रही है. इसी कड़ी में अब धार्मिक स्थलों को जोड़ने के लिए एसी इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत की जा रही है. जल्द ही प्रयागराज और अयोध्या से वाराणसी और सोनभद्र के लिए इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू होगा. इन बसों की सहायता से श्रद्धालु अब शुद्ध वातावरण में आरामदायक सफर कर सकेंगे.
पर्यावरण अनुकूल इस योजना के तहत वाराणसी में चार और सोनभद्र में एक चार्जिंग स्टेशन बनाए जा रहे हैं, जिससे इलेक्ट्रिक बसों का संचालन आसान हो सकेगा. ये चार्जिंग स्टेशन एक महीने के अंदर तैयार कर लिए जाएंगे. जानकारी के मुताबिक, एक इलेक्ट्रिक बस को फुल चार्ज होने में केवल 30 मिनट लगेंगे और यह एक बार चार्ज होकर 150 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकेगी.
बसों में यात्रियों की सुरक्षा भी रहेगी प्राथमिकता
योगी सरकार द्वारा संचालित इन एसी इलेक्ट्रिक बसों में यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है. प्रत्येक बस में 28 यात्रियों के बैठने की सुविधा होगी. साथ ही, महिलाओं की सुरक्षा के लिए पैनिक बटन, सीसीटीवी कैमरा और जीपीएस सिस्टम जैसी आधुनिक व्यवस्थाएं भी मौजूद रहेंगी.
चार धाम को जोड़ने की तैयारी
सरकार की मंशा है कि इन बसों के जरिए उत्तर प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों को पर्यावरण के अनुकूल परिवहन से जोड़ा जाए. वाराणसी, अयोध्या, प्रयागराज और सोनभद्र धार्मिक और पर्यटन की दृष्टि से बेहद अहम हैं. यहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए पहुंचते हैं. अब इन्हें सस्ती, सुरक्षित और प्रदूषण रहित यात्रा का साधन मिलेगा.
सरकारी पहल से मिलेगा पर्यावरण को लाभ
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक परशुराम पांडेय ने बताया कि प्रयागराज और अयोध्या रीजन से वाराणसी और सोनभद्र के लिए इलेक्ट्रिक बसें प्रस्तावित हैं. इसके लिए पांच चार्जिंग स्टेशन तैयार किए जा रहे हैं ताकि बसें सुचारु रूप से संचालन में आ सकें.
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बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पहले भी लखनऊ, मेरठ, आगरा और गाजियाबाद जैसे शहरों में इलेक्ट्रिक बसें चलाई हैं, जिन्हें यात्रियों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. अब इन बसों का दायरा धार्मिक क्षेत्रों तक बढ़ाकर सरकार धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना चाहती है.
न सिर्फ सुगम यात्रा, बल्कि स्वच्छ भविष्य की दिशा में बड़ा कदम है यह योजना. इससे न केवल श्रद्धालुओं को आरामदायक यात्रा मिलेगी बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी बड़ा योगदान होगा. सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में राज्य के सभी प्रमुख शहरों को इलेक्ट्रिक बसों से जोड़ा जाए.
Source: IOCL






















