UP Politics: सपा नेता उदयवीर सिंह बोले- ओम प्रकाश राजभर ने कौन सा च्यवनप्राश खा लिया कि रातों-रात बदल गए?
UP Politics: सपा नेता और पूर्व एमएलसी उदयवीर सिंह ने ओपी राजभर पर जोरदार हमला किया और कहा कि राजभर को बताना चाहिए कि जिस बीजेपी को गाली दे रहे थे, उसके लिए रातों-रात राय कैसे बदल गई.

UP Politics: ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) पर समाजवादी पार्टी की ओर से हमले तेज हो गए हैं. सपा नेता और पूर्व एमएलसी उदयवीर सिंह (Udayveer Singh) ने भी ओपी राजभर पर जोरदार हमला किया और कहा कि वो तो अखिलेश यादव को 24 घंटे एक्सप्रेस वे पर दौड़ने वाला नेता मानते थे. वो तो यही मानते थे कि अखिलेश यादव ही सरकार बदल सकते हैं. अचानक उन्हें जो समस्या हुई उसका किससे संबंध है. राजभर को बताना चाहिए कि जिस बीजेपी को गाली दे रहे थे, अमित शाह (Amit Shah) से लेकर सबको धोखेबाज और दलितों पीड़ितों पर अत्याचार करने वाला बता रहे थे उनकी राय अचानक रातों-रात कैसे बदल गई.
सपा नेता ने उठाए ओपी राजभर पर सवाल
उदयवीर सिंह ने कहा कि हमारे लिए उनकी राय खराब हो सकती है लेकिन जिनके लिए खराब थी उनके लिए अचानक कैसे अच्छी हो सकती है. अगर उनकी कोई बातचीत हो गई है, कोई राजनीतिक रास्ता बन गया है तो बताएं. विपक्ष में लड़ने की उनकी इच्छा नहीं रही है. उन्हें लगता है कि सरकार के साथ रहो आनंद लो तो वैसे ही बात करें. सुबह कुछ बोलते शाम को कुछ बोलते, हम तो लगातार कहते हैं कि झूठ बोलते हैं. जो सीएम की तारीफ कर रहे उनसे पूछा जाए वह क्यों झूठ बोलते हैं. अगर अपराध खत्म हुआ है तो नामांकन के समय उनका कॉलर पकड़कर किसने बेइज्जत किया था. गाजीपुर में चिल्ला रहे थे कि गांव में दौड़ा कर मारा है, अपनी जान को खतरा बता रहे थे, सपा के साथ मिलकर प्रदर्शन किया. अगर इतना रामराज था तो क्यों परेशान हुए बताएं कि क्या उस समय सब झूठ था. उनके बयान कहते हैं कि उन्हें कोई होश नहीं है.
अखिलेश के साथ एसी कमरे में क्यों बैठे
सपा नेता ने कहा कि अगर वो बसपा के साथ जाएंगे तो लोग बहन जी और बसपा के लिए की गई खराब-खराब टिप्पणियों के बारे में पूछेंगे. दलित समाज के खिलाफ नारा दिया था. अभी तक बीजेपी नेताओं को गाली देते थे. अब एकदम भक्त हो गए. उन्हें बताना पड़ेगा कि रातों-रात कौन सा च्यवनप्राश मिलता है या किसी और से मिलेगा. उदयवीर ने कहा की हमारा बसपा से गठबंधन था, कांग्रेस से गठबंधन था, नहीं रहा, लेकिन कोई गलत टिप्पणी नहीं की. ओमप्रकाश राजभर भी दिन रात कुछ न कुछ कहते रहे लेकिन हमने कोई टिप्पणी नहीं की. उन्हें बताना पड़ेगा कि अखिलेश इतने ही खराब थे तो क्यों उन्हीं की छतरी में बैठे थे, उन्हीं के साथ क्यों एसी कमरे में बैठे थे. यह भी बताएं अगर अखिलेश इतने ही खराब हो गए तो गठबंधन जारी क्यों किया हुआ है. हमने तो अभी तक राजभर में खराबी नहीं बताई उन्हें, सपा में खराबी लगी है हमने तो कुछ नहीं कहा.
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गाजीपुर में हुई बेइज्जती भूल गए राजभर
उदयवीर ने कहा कि कुछ लोगों का मुंबई में हृदय परिवर्तन हुआ, ईडी पावर, पुलिस के लोग गए कुछ जांचे हुई, कुछ लोगों को मंत्री पद और उसका लालच दिया गया. लोगों को रातों-रात दल-बदल कराया गया. ये बीजेपी की योजना और रणनीति है. राजभर भी दिल्ली से लेकर लखनऊ तक सब से मिल चुके है. उन्होंने खुद बताया है. बताएं उन्हें क्या ज्ञान प्राप्त हुआ कि उनकी जो बेइज्जती की गई थी गाजीपुर में वो भूल गए और रामराज लगने लगा, अमृत वर्षा होने लगी. बीजेपी से अकेली लड़ाई अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा लड़ रही है. कोई और विकल्प दिख रहा हो तो बताइए. जिसको किसी भी प्रकार की राहतें चाहिए वो सरकार के पास जाता है. आदमी को तय करना कि उसे राहत चाहिए या संघर्ष करना है. बंद कमरे में मुलाकात के बाद जब साढ़े तीन साल का प्रचार बदल जाए तो कोई कारण होना चाहिए.
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Source: IOCL





















