अखिलेश यादव के 18 हजार हलफनामों वाले दावे पर यूपी चुनाव आयोग ने दे दिया जवाब, जानें क्या कहा?
UP News: सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने निर्वाचन आयोग को 18,000 हलफनामे सौंपे थे, जिनमें से केवल 14 का ही आंशिक और आधारहीन जवाब दिया गया.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा वोटर लिस्ट पर सवाल उठाने के बाद यूपी में भी दो साल पुराना वोट चोरी का जिन्न बाहर निकल आया है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि 2022 के विधानसभा चुनावों में मतदाताओं के नाम साजिश के तहत काटे गए थे. उन्होंने 18000 लोगों के शपथ पत्र भी सौंपे थे और हाल ही में चुनाव आयोग पर जबाब देने का आरोप लगाया था. जिस पर आज राज्य निर्वाचन आयोग ने सपा को जबाब दिया है. सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर आयोग द्वारा पोस्ट किया गया है, जिसमें अभी 69 विधानसभाओं की जांच की बात कही गयी है.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में दावा किया कि उनकी पार्टी ने निर्वाचन आयोग को 18,000 हलफनामे सौंपे थे, जिनमें से केवल 14 का ही आंशिक और आधारहीन जवाब दिया गया. जबकि 17,986 अनुत्तरित हैं. उन्होंने BJP, चुनाव आयोग और प्रशासनिक अधिकारियों पर सांठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा, “न चलेगी मतमारी, न हकमारी, इस बार PDA सरकार हमारी.”
राज्य निर्वाचन आयोग का जबाब
अब CEO उत्तर प्रदेश ने अपने जवाब में बताया कि 2022 चुनावों से पहले मतदाता सूचियों में नाम गलत तरीके से हटाए जाने की शिकायतें info@samajwadiparty.in से प्राप्त हुईं, जो निर्वाचन आयोग को भेजी गईं. इनमें 33 जिलों के 74 विधानसभा क्षेत्रों से 3,919 हलफनामों की स्कैन कॉपियां शामिल हैं. अब तक पांच विधानसभाओं की जांच पूरी हो चुकी है, जबकि 69 की जांच जारी है. CEO ने आश्वासन दिया कि जांच पूरी होने पर क्षेत्रवार रिपोर्ट जारी की जाएगी. हालांकि, यह जवाब भी सवालों के घेरे में है.
राहुल गांधी ने लगाया था आरोप
यहां बता दें कि इसी महीने 7 अगस्त को राहुल गांधी ने कर्नाटक की एक लोकसभा में एक लाख से अधिक फर्जी वोटर होने के प्रमाण सामने लाकर चुनाव आयोग पर वोट चोरी कर भाजपा को जिताने का आरोप लगाया था. तब आयोग ने राहुल गांधी ने शपथ पत्र मांगा था, जिसके जबाब में अखिलेश यादव ने 18000 शपथ पत्र पोस्ट करते हुए चुनाव आयोग पर सवाल उठाए थे.
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