UP Election 2022: समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी, अखिलेश यादव ने यह समीकरण बनाने में लगाया जोर
UP Election 2022: समाजवादी पार्टी ने सोमवार को घोषित लिस्ट में 31 मुस्लिम, 20 यादव, 5 ठाकुर और 11 ब्राह्मण, 46 गैर यादव ओबीसी, 32 दलित, 3 सिख, 12 महिलाओं और 2 अन्य उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं.
समाजवादी पार्टी ने सोमवार को अपने 159 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की. इसमें अखिलेश यादव, शिवपाल सिंह यादव, आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम का नाम शामिल है. बीजेपी छोड़कर सपा में आए स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे उत्कृष्ट मौर्य का नाम इस सूची में नहीं हैं. अखिलेश यादव मैनपुरी की करहल सीट से और उनके चाचा शिवपाल यादव अपनी परंपरागत सीट जसवंतनगर से चुनाव लड़ेंगे.
समाजवादी पार्टी का भी पिछड़ों को साधने पर जोर
समाजवादी पार्टी के 159 उम्मीदवारों की लिस्ट में 31 मुस्लिम, 20 यादव, 5 ठाकुर और 11 ब्राह्मण हैं. सपा ने इस लिस्ट में 46 गैर यादव ओबीसी, 32 दलित, 3 सिख, 12 महिलाओं और 2 अन्य को टिकट दिए हैं. वहीं बीजेपी ने अबतक 194 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. बीजेपी ने अबतक 76 ओबीसी उम्मीदवार घोषित किए हैं. इस बार का उत्तर प्रदेश का चुनाव एक बार फिर पिछड़ों के आधार पर लड़ा जा रहा है. बीजेपी और सपा दोनों का जोर अधिक से अधिक ओबीसी उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारने पर है.
उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने अबतक 194 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं. वहीं सपा ने 159 और उसकी गठबंधन सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल ने 33 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं. सपा की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) ने एक और एनसीपी ने एक उम्मीदवार घोषित किए हैं. बीजेपी की सहयोगी अपना दल (एस) ने भी एक उम्मीदवार का नाम घोषित किया है.
समाजवादी पार्टी की लिस्ट में 31 मुसलमान उम्मीदवारों के नाम हैं. इस तरह से सपा ने इस लिस्ट में मुसलमान को उनकी आबादी के अनुपात में टिकट देने की कोशिश की है. मुसलमान सपा के आधार वोट बैंक हैं. वो पहले भी सपा को वोट देते आए हैं. इस बार एमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी सपा के इस वोट बैंक में हिस्सेदारी की कोशिश में हैं. अब यह 10 मार्च को ही पता चलेगा कि वो अपने इस मिशन में कितना कामयाब हो पाते हैं.
सपा ने महिलाओं को टिकट देने में बरती कोताही
सपा के 66 ओबीसी उम्मीदवारों में 20 यादव हैं. यादव भी सपा का वोट बैंक है. इसलिए सपा ने ओबीसी में सबसे अधिक यादव जाति के उम्मीदवार उतारे हैं. बाकी की 46 सीटों पर ओबीसी की अन्य जातियों को टिकट दिया गया है. इसके अलावा सपा ने 5 ठाकुर और 11 ब्राह्म्ण उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है. सपा ने इस बार भी महिलाओं को टिकट देने में कोताही बरती है, सपा की 159 उम्मीदवारों की लिस्ट में केवल 12 महिलाएं हैं यानी के महिलाओं को 10 फीसदी टिकट नहीं मिला है.
रामपुर में आजम खान और उनके बेटे को मिला टिकट
समाजवादी पार्टी की ओर से घोषित लिस्ट के मुताबिक कई तरह के आरोप में जेल में बंद आजम खां को रामपुर सीट टिकट दिया गया है. यह उनकी परंपरागत सीट है. पिछले चुनाव में उनकी पत्नी तंजीन फातिमा वहां से चुनाव जीती थीं. वहीं स्वार सीट से आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम चुनाव मैदान में होंगे. इस सीट से पिछली बार वो चुनाव जीते थे, लेकिन गलत उम्र की वजह से उनकी सदस्यता चली गई थी. इस सीट पर इस बार मुकाबला काफी कड़ा हो सकता है. स्वार से बीजेपी की सहयोगी अपना दल (एस) ने नवाब खानदान से आने वाले हैदर अली खान को टिकट दिया है. अपना दल यूपी में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का पहला दल है, जिसने किसी मुसलमान को टिकट दिया है.