संभल न्यायिक आयोग की रिपोर्ट पर बीजेपी की पहली प्रतिक्रिया, कहा- भाईजान सिंड्रोम देश को खा रहा
Sambhal Report: उत्तर प्रदेश स्थित संभल में हुई हिंसा पर न्यायिक आयोग की रिपोर्ट आज आ गई है. यह रिपोर्ट सीएम योगी को सौंपी गई है. अब इस पर बीजेपी की पहली प्रतिक्रिया आई है.

उत्तर प्रदेश स्थित संभल में वर्ष 2024 के नवंबर में हुई हिंसा के बाद गठिट आयोग ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपी. इस रिपोर्ट के बाद माना जा रहा है कि अब हिंसा के मामले में एक्शन और तेजी से होगा.
इस बीच भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता अजय आलोक ने हिंसा की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए तीखी टिप्पणी की है. आलोक ने कहा कि भारत के सियासतदानों ने गजवा ए हिंद की सोच को प्रमोट किया. चुन चुन के हिंदुओं को टारगेट किया गया और डेमोग्राफी बदली गई. संभल इसका बड़ा उदाहरण है. ये भाईजान सिंड्रोम देश को खा रहा है.
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आलोक के अलावा बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि संभल में जिस तरह बार-बार दंगे हुए और उसमें हिंदुओं का कत्ल-ए-आम हुआ, जिसकी वजह से वहां से बड़ा पलायन हुआ. रिपोर्ट भी इसी ओर इंगित कर रही है कि बड़ी संख्या में दंगों और हिंसा की वजह से पलायन हुआ. जनसांख्यिकीय बदलाव देश की डेमोक्रेसी के लिए बड़ा खतरा है.
संभल की रिपोर्ट में क्या है?
रिपोर्ट में कहा गया है कि पठान तुर्क में आपसी संघर्ष में हमेशा से संभल जलता रहा है. 1947 से हर दंगे में सिर्फ हिंदू मारे जा रहे हैंय इस बार भी हिन्दुओं को मारे जाने की प्लानिंग थी. दंगा करने के लिए बाहर से बलवाइयों को बुलाया गया था. हिंदू मोहल्ले में पुलिस की मौजूदगी के हिंदू कारण बच गए. तुर्क पठानों ने पुरानी रंजिश में दंगों के दौरान एक दूसरे को मारा.
डेमोग्राफी के संदर्भ में रिपोर्ट में दावा किया गया है कि संभल में सिर्फ 15 प्रतिशत हिंदू बचे हैं. आजादी के वक्त संभल नगर पालिका में 45 प्रतिशत हिंदू थे. दंगों और तुष्टिकरण की राजनीति ने डेमोग्राफी बदल दी.
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Source: IOCL























