नौशाद अली हत्याकांड का मुख्य आरोपी प्रमोद सिंह गिरफ्तार, STF और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
25 फरवरी 2023 को देवरिया जिले के भाटपार रानी थाना क्षेत्र के गांव ताजपुर में एक पारिवारिक कार्यक्रम के दौरान दो पक्षों में झगड़ा हो गया था.

उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में बहुचर्चित नौशाद अली हत्याकांड का मुख्य आरोपी प्रमोद सिंह आखिरकार STF और स्थानीय पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार कर लिया गया.प्रमोद सिंह पर हत्या समेत गंभीर धाराओं में कई मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस को इसकी लंबे समय से तलाश थी और इसके ऊपर 50,000 रुपये का इनाम घोषित था. मंगलवार को पुलिस ने इसे देवरिया के भाटपार रानी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया.
गौरतलब है कि बीते कुछ समय से पूर्वांचल के कई जिलों में इनामी अपराधियों की सक्रियता बढ़ी थी, जिससे हत्या, लूट और जबरन वसूली जैसी घटनाएं सामने आ रही थीं. इसी कड़ी में STF को सूचना मिली कि नौशाद हत्याकांड का फरार मुख्य आरोपी प्रमोद सिंह अपने गांव के पास छिपा हुआ है. इसके बाद एसटीएफ उपनिरीक्षक राकेश दुबे के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. स्थानीय पुलिस के सहयोग से उसे घेराबंदी कर पकड़ लिया गया.
25 फरवरी 2023 को देवरिया जिले के भाटपार रानी थाना क्षेत्र के गांव ताजपुर में एक पारिवारिक कार्यक्रम के दौरान दो पक्षों में झगड़ा हो गया था. झगड़ा इतना बढ़ा कि दोनों ओर से फायरिंग हुई. इसी दौरान प्रमोद सिंह और उसके साथियों ने नौशाद अली की गोली मारकर हत्या कर दी थी. मृतक के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने प्रमोद सिंह और अन्य सात लोगों के खिलाफ हत्या, मारपीट और धमकी जैसी धाराओं में केस दर्ज किया था. घटना के बाद से ही इंद्रसेन फरार चल रहा था.
पहले भी दर्ज हैं कई संगीन मुकदमे
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार प्रमोद सिंह पर इससे पहले भी 10 से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसमें हत्या के प्रयास, मारपीट, अवैध हथियार रखने, गुंडागर्दी और धोखाधड़ी जैसी धाराएं शामिल हैं. वह बिहार और यूपी की सीमा पर सक्रिय शराब माफियाओं के संपर्क में भी था. पुलिस के मुताबिक इंद्रसेन के संबंध शराब और नशीले पदार्थों की अवैध तस्करी से भी जुड़े रहे हैं.
पुलिस का दावा – गिरफ्तारी से राहत मिलेगी
पुलिस अधिकारियों का मानना है किप्रमोद की गिरफ्तारी से क्षेत्र में शांति व्यवस्था बहाल करने में मदद मिलेगी. उसकी तलाश में STF और देवरिया पुलिस लंबे समय से लगी थी. पूछताछ में ने नौशाद की हत्या की साजिश और अपने अपराध स्वीकार किए हैं. फिलहाल उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और केस की आगे की जांच जारी है.
प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कानून व्यवस्था को सख्ती से लागू करने की मुहिम तेज़ है. संगठित अपराध और माफिया तंत्र को खत्म करने के लिए पुलिस व एसटीएफ लगातार दबिश दे रही है. ऐसे में इंद्रसेन जैसे अपराधियों की गिरफ्तारी सरकार की अपराध मुक्त प्रदेश की नीति को बल देती है.
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