Lucknow News: यूजीसी ने लखनऊ यूनिवर्सिटी को दिया प्रथम श्रेणी का दर्जा, जानें अब क्या मिलेंगी सुविधाएं
UP News: लखनऊ यूनिवर्सिटी को यूजीसी ने श्रेणी एक में जगह दी है. अब विश्वविद्यालय यूजीसी को मात्र जानकारी देकर कोई भी अनुमोदित डिप्लोमा और प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम शुरू कर सकता है.

Lucknow News: लखनऊ विश्वविद्यालय ने अपने स्थापना के 104वें साल में एक और पंख अपने सिर में लगाया है. लखनऊ विश्वविद्यालय को यूजीसी ने श्रेणी एक में जगह दे दी है. अब लखनऊ विश्वविद्यालय अपना विस्तार करने के लिए और छात्रों के हितों में नए कोर्स को संचालित करने के लिए बिना यूजीसी की अनुमति के कर सकता है. मात्र यूजीसी को सूचित करने के साथ-साथ लखनऊ विश्वविद्यालय कोई नया काम शुरू कर सकता है.
इस तमगे के बाद लखनऊ विश्वविद्यालय ऑफ केंपस केंद्र भी खोल सकता है. विदेश में ऑफ कैंपस खोलने में लखनऊ विश्वविद्यालय को कहीं कोई दिक्कत नहीं होगी नहीं. उसे यूजीसी से अनुमति लेनी होगी. इसके साथ ही लखनऊ विश्वविद्यालय डिस्टेंस एजुकेशन भी शुरू कर सकता है.
विश्वविद्यालय बढ़ा सकता है विदेशी स्टूडेंट की संख्या
लखनऊ विश्वविद्यालय अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए विदेशी फैकल्टी भी अपने यहां रख सकता है. उसके साथ ही अब बिना यूजीसी के अनुमति के विश्वविद्यालय में विदेशी स्टूडेंट की संख्या भी बढ़ाई जा सकती है. हालांकि यह संख्या अनुमोदित घरेलू स्टूडेंट से अधिकतम 20% होगी.
शैक्षणिक मामलों में नहीं होगी कोई दिक्कत
आपको बता दें कि पिछले दिनों कई शैक्षणिक मामलों में लखनऊ विश्वविद्यालय को यूजीसी और सरकार से अनुमति लेनी होती थी. अनुमति देने के लिए यूजीसी की टीम ग्राउंड रिपोर्ट को चेक करती थी. इसके अलावा भी कई अन्य प्रक्रियाओं से भी गुजरना होता था जिस कारण कई बार काफी देरी हो जाती थी पर अब श्रेणी एक में जगह मिलने के बाद अब ऐसी कोई दिक्कत नहीं आएगी.
पहले जिस अनुमति के लिए अमूमन विश्वविद्यालय को महीने लग जाते थे, अब लखनऊ विश्वविद्यालय खुद ही अपने फैसले ले सकेगा. हालांकि किसी काम में लखनऊ विश्वविद्यालय को सरकार से अनुमति लेनी होगी क्योंकि बिना सरकार की अनुमति के एल यू कोई शैक्षणिक गतिविधि शुरू नहीं कर सकता है.
यह भी पढ़ेंः
योगी सरकार के अनुपूरक बजट पर अखिलेश यादव ने उठाए सवाल, पूछा - पैसा खर्च नहीं हो रहा तो इसकी जरूरत क्यों?
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL





















