नारकोटिक्स ब्यूरो के दो इंस्पेक्टर सहित तीन लोग 10 लाख रिश्वत लेते गिरफ्तार, सीबीआई की कार्रवाई
UP News: सीबीआई टीम ने नारकोटिक्स ब्यूरो के दो इंस्पेक्टर सहित तीन लोगों को 10 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है.

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. सीबीआई टीम ने मंगलवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स के दो इंस्पेक्टर और एक प्राइवेट नर्सिंग होम के मालिक को रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार किया है.
इस संबंध में अधिकारियों की तरफ से जानकारी देते हुए बताया गया कि, गिरफ्तार आरोपियों के नाम महिपाल सिंह, इंस्पेक्टर, सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स, रवि रंजन, इंस्पेक्टर, सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स और गयासुद्दीन अहमद, प्राइवेट नर्सिंग होम का मालिक है.
नर्सिंग होम मालिक से मांग रहे थे रिश्वत
CBI के मुताबिक, केस 26 अगस्त 2025 को दर्ज किया गया था. जानकारी मिली थी कि नारकोटिक्स ब्यूरो के इंस्पेक्टर नर्सिंग होम के मालिक से 10 लाख रुपये की रिश्वत मांग रहे थे. आरोप है कि दोनों इंस्पेक्टरों ने धमकी दी थी कि अगर पैसे नहीं दिए तो उन्हें एक फर्जी केस में फंसा देंगे. ये केस एक प्रतिबंधित दवा की खरीद को लेकर बनाया जाना था.
सीबीआई ने रिश्वत के 10 लाख किये बरामद
CBI की टीम ने जाल बिछाकर पूरे मामले का खुलासा किया. जांच के दौरान नर्सिंग होम मालिक ने इंस्पेक्टरों को 10 लाख रुपये की रिश्वत दी, जिसे CBI ने मौके से बरामद कर लिया. इसके बाद तीनों आरोपियों को पकड़ लिया गया. फिलहाल CBI टीम तीनों से पूछताछ कर रही है.
इधर, उत्तर प्रदेश के शामली जिले में बीते दिनों सहारनपुर की एंटी करप्शन टीम ने कांधला क्षेत्र में एक लेबर इंस्पेक्टर को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार था. आरोपी इंस्पेक्टर ने एक पीड़ित पिता से उनके मृत बेटे की बीमा राशि दिलाने के नाम पर रिश्वत की मांग की थी. पीड़ित सुबेदीन ने बताया कि मेरे बेटे की तीन साल पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी.
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Source: IOCL






















