कुशीनगर में फिल्म 'पुष्पा स्टाइल' में कीमती लकड़ी की धड़ल्ले से तस्करी, नारायणी नदी बनी सेफ रास्ता
Kushinagar News: यूपी के कुशीनगर में अवैध तरीके से कीमती लकड़ी की तस्करी की जा रही है. इसके लिए नेपाल से आने वाली नारायणी नदी की इस्तेमाल किया जा रहा है. जिसके बाद वन विभाग सतर्क हो गया है.

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में खड्डा और महाराजगंज के निचलौल क्षेत्र में धड़ल्ले से खैरे की कीमती लकड़ी की तस्करी हो रही हैं. पिछले दो महीने में दो बार इन जगहों से लकड़ी की बरामदगी हुई है जिसे फिल्म पुष्पा के स्टाइल में चोरी किया जा रहा है. नेपाल से बहने वाली नारायणी नदी का उपयोग लकड़ी तस्कर कीमती लकड़ियों की तस्करी के लिए कर रहे है.
इन तस्करों के लिए इस समय नारायणी नदी का रास्ता सबसे मुफीद रास्ता बन चुका है. बरसात के मौसम में जैसे ही नारायणी नदी का जल स्तर बढ़ता है तस्करों की चांदी हो जाती है. बीते एक माह में लाल सोना के रूप में पहचान रखने वाले खैर लकड़ी की दो जगह बरामद हुई. हालांकि यह बरामदगी हो रही कटान के सापेक्ष कुछ भी नहीं है.
अवैध तरीके से कीमती लकड़ी की तस्करी
खैर की लकड़ी महाराजगंज के निचलौल क्षेत्र के जंगलों में मिलती है. सरकार की नजर में यह प्रतिबंधित लकड़ी है. लेकिन, तस्कर जंगलों से इसकी अवैध कटान करके करोड़ों रुपए कमा रहे हैं. निचलौल रेंज क्षेत्र में खैर की अवैध कटान और तस्करी पर रोक लगाने के लिए वन विभाग लगातार अभियान चला रहा है.
इसी बीच 4 सितंबर की सुबह लगभग छह बजे मुखबिर की सूचना पर वन विभाग की टीम ने ग्राम सभा भेडिहारी के समीप स्थित बांस कोठी पर छापेमारी कर 47 बोटा जलौनी योग्य खैर की लकड़ी बरामद की. लकड़ी देखने से लग रहा था कि उपयोग वाली लकड़ियों को तस्कर उठा ले गए जबकि उसके टहनी और जलौनी को छोड़कर चले गए थे.
नदी के रास्ते बिहार तक तस्करी
स्थानीय सूत्रों के अनुसार निचलौल रेंज के जंगलों से कीमती खैर की लकड़ी को अवैध रूप से काटा जाता है और फिर फिल्म पुष्पा की तरह नारायणी नदी के रास्ते कुशीनगर जिले में पहुंचाया जाता है. इसके बाद इसे तस्करी कर बिहार भेज दिया जाता है. अक्सर खैर कटान की सूचना मिलने के बावजूद बड़ी बरामदगी नहीं हो पाती.
बीते 21 अगस्त को जंगल से काटकर नारायणी नदी के रास्ते तस्कर 45 बोटा लकड़ी लेकर कुशीनगर जिले के खड्डा वन क्षेत्र के हनुमानगंज पहुंचे थे. जहां वन विभाग सूचना पाकर वन विभाग की टीम ने रेंजर खड्डा अमृता चंद ने छापेमारी कर बरामद कर लिया था. लकड़ी तो बरामद हो गई लेकिन तस्कर मौके से भागने में सफल हो गए. वन विभाग तस्करों की तलाश में जुटा हुआ है.
वन क्षेत्राधिकारी खड्डा अमृता चंद ने बताया कि लकड़ी तस्करी के खिलाफ लगातार जांच अभियान चलाया जा रहा है. तस्करों की तलाश जारी है. दोषियों की पहचान होते ही उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वन विभाग ने खैर कटान और तस्करी रोकने के लिए जंगलों में गश्त और चौकसी बढ़ा दी है.
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Source: IOCL
























