'आधा अंबेडकर भी लोग बनाते थे', अफजाल अंसारी के भगत सिंह वाले बयान पर बोले ओम प्रकाश राजभर
Ghazipur News: ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि पीएम मोदी और सीएम योगी का विजन 2047 तक आत्मनिर्भर देश और आत्मनिर्भर प्रदेश को विकसित करना है. पीएम की सोच है कि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिले.

भारत अपने 79वें स्वतंत्रता दिवस को धूमधाम से मना रहा है, और इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने गाजीपुर में ड्यूटी के दौरान महत्वपूर्ण बयान दिए. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 2047 तक आत्मनिर्भर भारत और विकसित उत्तर प्रदेश के विजन की तारीफ की, साथ ही विपक्ष पर तीखा हमला बोला.
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि पीएम मोदी और सीएम योगी का विजन 2047 तक आत्मनिर्भर देश और आत्मनिर्भर प्रदेश को विकसित करना है. पीएम की सोच है कि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिले, और 26 जनवरी 2026 के गणतंत्र दिवस पर युवाओं को नई सौगातें दी जाएंगी. उन्होंने अपने बचपन को याद करते हुए कहा कि जब हम छोटे थे, चांद पर जाने या खेती में अत्याधुनिक मशीनों का उपयोग करने की कल्पना भी नहीं करते थे, लेकिन आज यह संभव हो रहा है.
मोहन भागवत के बयान पर प्रतिक्रिया
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान पर, जिसमें उन्होंने कहा कि आजादी मिली लेकिन समाधान नहीं मिला, राजभर ने कहा कि हम उनके सुझावों की सराहना करते हैं. दुनिया आतंकवाद से जूझ रही है, और भारत भी वैश्विक सहयोग से इस समस्या के खात्मे के लिए प्रयासरत है. उनके सुझावों पर आगे बढ़ेंगे.
अखिलेश यादव और पूजा पाल पर निशाना
अखिलेश यादव को भगत सिंह और अफजल अंसारी से जोड़ने पर राजभर ने तंज कसा कि अखिलेश यादव को आधा अंबेडकर भी लोग बनाते थे, लेकिन अंबेडकर बनने के लिए सौ जन्म चाहिए. उनकी विरासत विदेश में पड़ी है; अगर वे देश में या गदहिया गोल में पढ़े होते, तो उन्हें अपने देश का ज्ञान होता. इसके अलावा, समाजवादी पार्टी से पूजा पाल के निष्कासन पर शिवपाल यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शिवपाल जी कहते हैं कि पूजा का हश्र केशव मौर्य जैसा होगा, लेकिन यह पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) का अपमान है. सच बोलने की आदत SP को नहीं. पूजा ने तो योगी सरकार की तारीफ की, जो उनके पति के हत्यारों को सजा दिलाई.
गाजीपुर में ड्यूटी और देशभक्ति
राजभर ने स्वतंत्रता दिवस पर गाजीपुर में ड्यूटी निभाते हुए कहा कि यह दिन देश के लिए बलिदान देने वालों को याद करने का है.
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