वक्फ पर PM मोदी के बयान पर AMU छात्र यूनियन के पूर्व उपाध्यक्ष ने दी प्रतिक्रिया, बोले- ये बयान नौटंकी है
UP News: वक्फ संशोधन कानून को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को लेकर एएमयू छात्र यूनियन के पूर्व उपाध्यक्ष सैयद मसूद ने विरोध किया है. उन्होंने कहा पीएम मोदी का ये बयान नौटंकी है.

Moradabad News: वक्फ संशोधन कानून को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वक्फ संशोधन कानून आने के बाद किसी मुस्लिम युवा को साईकिल पंचर बनाकर नहीं जीना पड़ेगा. बल्कि इससे उनके जीवन में खुशहाली आएगी और आदिवासियों की जमीन पर कोई कब्जा नहीं कर पायेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान पर यूपी के मुरादाबाद में मुस्लिमों की अलग अलग राय देखने को मिल रही है. जहां एक तरफ भारतीय सूफी फाउंडेशन के अध्यक्ष सूफी कशिश वारसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान का समर्थन कर रहे हैं तो वहीं एएमयू छात्र यूनियन के पूर्व उपाध्यक्ष सैयद मसूद उल हसन इस का विरोध कर रहे हैं.
एएमयू छात्र यूनियन के पूर्व उपाध्यक्ष ने पीएम मोदी को लेकर क्या कहा?
उनका कहना है कि प्रधानमंत्री का यह बयान सिर्फ नौटंकी और तमाशा है. वह मुसलमानों को अगड़े और पिछड़े में बांटना चाहते हैं. जैसा उनके यहां मनुवादियों और पूंजीपतियों में है, लेकिन हमारे यहां मुसलमानों में ऐसा कयामत तक नहीं हो सकता. क्योंकि मुसलमानों में तो नमाज के अंदर सब बराबर है. हमारे यहां कोई अगड़ा पिछड़ा या अमीर गरीब नहीं होता, सब एक साथ नमाज पढ़ते हैं.
मोदी मुसलमानों को बांटना चाहते हैं और मोदी जी अगर पसमांदा मुसलमानों के इतने ही बड़े हितैषी हैं तो पिछड़ों में 07 प्रतिशत आरक्षण वह पसमांदा मुसलमानों के लिए कर दें. प्रधानमंत्री मोदी को वक्फ के बारे में जानकारी नहीं है. वक्फ संपत्तियों में तो 60 प्रतिशत संपत्तियां तो कब्रिस्तान की ही हैं तो मोदी जी वहां से कौन सा पैसा कमाएंगे? क्या कब्रिस्तान और मुर्दों का व्यापार कर के कमाएंगे? जो भाजपा की लाशों पर राजनीति करने वाली सियासत रही है क्या मोदी जी उसी से वहां भी पैसे कमाएंगे और कब्रिस्तान को पाट कर वहां मॉल बनायेगे?
पीएम मोदी के बयान का भारतीय सूफी कशिश वारसी ने समर्थन किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस बयान का स्वागत करते हुए भारतीय सूफी फाउंडेशन के अध्यक्ष सूफी कशिश वारसी कहते हैं कि प्रधानमंत्री का यह कथन बिल्कुल सही है और उन्हें उम्मीद है की इस से गरीब मुसलमानों को फायदा होगा. अगर पिछली सरकारों में काम हुआ होता तो मुसलमानों की हालत इतनी खराब न होती बल्कि वक्फ संपत्तियां और कब्रिस्तान बेच दिए गए इसलिए हम प्रधानमंत्री से मांग कर रहे हैं कि भू माफियाओं से वक्फ संपत्तियों को कब्जा मुक्त कराया और इस पर मुसलमानों के लिए स्कूल कॉलेज, यूनिवर्सिटी और अस्पताल बनने चाहिए और गरीब मुसलमान का दर्द दूर हो और उनके एक हाथ में कुरान और एक हाथ में लैपटॉप दें.
हम प्रधानमंत्री के इस बयान का समर्थन और स्वागत करते हैं. तमाम लोगों से अपील करना चाहते हैं की सियासत के बहकावे में आकर कानून को हाथ में न लें. अपने देश, प्रदेश और शहर में अमन रहना चाहिए. इस से बड़ी कोई चीज नहीं होती है. वक्फ कानून के विरोध में जो हिंसा हो रही है, उसको सूफी कशिश वारसी ने गलत बताया है और लोगों से शांति की अपील की है. उन्होंने प्रधानमंत्री के बयान को सही बताया और उम्मीद की है कि वक्फ संशोधन कानून से मुसलमानों को फायदा पहुंचेगा.
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Source: IOCL





















