Firozabad News: फिरोजाबाद में स्कूल नहीं आ रहे हजारों बच्चे, वापस बुलाने के लिए विभाग ने ढूंढा यह तरीका
यूपी के फिरोजाबाद में शारदा अभियान के तहत उन बच्चों की तलाश की जा रही है जिन्होंने बीच में पढ़ाई छोड़ दी है. यहां ऐसे 7,229 बच्चे हैं.

UP News: फिरोजाबाद (Firozabad) में प्राथमिक (Primary), उच्च प्राथमिक और कंपोजिट स्कूलों में एक लाख 86 हजार छात्र-छात्राओं का नाम दर्ज हुआ था. उनमें से 7,229 छात्र-छात्राएं स्कूल नहीं आते हैं. इन बच्चों को स्कूल (School) के शिक्षक खोज रहे हैं. उन्हें शारदा अभियान (Sharda Program) के तहत तलाशा जा रहा है.
बच्चों के घर जाकर बताया जा रहा शिक्षा का महत्व
उत्तर प्रदेश सरकार के शिक्षा विभाग का यह मानना है कि हर बच्चा स्कूल पहुंचे और उसको अच्छी शिक्षा मिले लेकिन जो बच्चे ड्रॉप आउट कर गए हैं उनके लिए अब स्कूल के शिक्षक उनके घर जाकर उन्हें समझा रहे हैं. स्कूल में आने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. वहीं कुछ छात्र-छात्राओं के सामने आर्थिक तंगी की भी स्थिति आई है लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग उनको समझा रहा है कि जब तक आप पढ़ेंगे नहीं तब तक आप कुछ नहीं कर सकते इसलिए पढ़ना जरूरी है.
स्कूलों में संख्या बढ़ाने के लिए विभाग ने किया यह जुगाड़
बेसिक शिक्षा अधिकारी अंजलि अग्रवाल ने बताया कि सभी ऐसे विद्यालय जहां बच्चों ने ड्रॉप आउट किया है उन शिक्षकों से प्रमाणपत्र मांगा जा रहा है कि वह जल्दी से जल्दी यह बताएं कि अभी और ऐसे कितने बच्चे हैं जो ड्रॉप आउट कर चुके हैं. कंपोजिट स्कूल सिविल लाइन की प्रिंसिपल हेमलता सक्सेना ने बताया कि जिन बच्चों ने हमारे यहां से ड्रॉप आउट किया है जिनमें कुछ बच्चों के तो हमारे पास फोन नंबर है तो हम उनसे फोन से संपर्क कर रहे हैं लेकिन जिन बच्चों के नंबर नहीं हैं उनके लिए हमने एक हफ्ते के लिए एक टीचर को नियुक्त किया है. इस दौरान बच्चों की आर्थिक तंगी का भी मामला है और उन्हें बताया जा रहा है कि स्कूल आने पर उन्हें पैसे, जूते और ड्रेस दिए जाएंगे.
फिरोजाबाद में बेसिक शिक्षा अधिकारी अंजलि अग्रवाल ने कहा, 'स्कूल का जो वातावरण है उसे तो आप देख ही रहे हैं. आधुनिक तकनीक से लैस करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है. ज्यादा विद्यालयों में स्मार्ट क्लासों का संचालन कराने का प्रयास कर रहे हैं. कायाकल्प योजना के तहत स्कूल की व्यवस्थाओं में सुधार किया जा रहा है. शिक्षकों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है.'
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Source: IOCL























