Chardham Yatra 2025: चारधाम यात्रा के लिए तैयारियां तेज, पांच दिन में सात लाख यात्रियों ने कराया पंजीकरण
Chardham Yatra 2025: चारधाम यात्रा की ब्रांडिंग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खास पहल की है. छह मार्च को उन्होंने मां यमुना के शीतकालीन गद्दी स्थल मुखबा और पर्यटन स्थल हर्षिल का दौरा किया.

उत्तराखंड में 30 अप्रैल से शुरू हो रही चारधाम यात्रा को लेकर तीर्थयात्रियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है. महज पांच दिनों में सात लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए पंजीकरण करा लिया है. भारी संख्या में यात्रियों के आने की संभावना को देखते हुए प्रदेश सरकार भीड़ प्रबंधन और सुविधाओं को लेकर हर स्तर पर तैयारियों में जुट गई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शीतकालीन यात्रा का प्रमोशन करने के बाद से चारधाम यात्रा को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस बार यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है
चारधाम यात्रा की ब्रांडिंग को लेकर इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खास पहल की है. छह मार्च को उन्होंने मां यमुना के शीतकालीन गद्दी स्थल मुखबा और पर्यटन स्थल हर्षिल का दौरा किया. यह पहली बार हुआ है, जब चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री का उत्तराखंड दौरा हुआ.
हालांकि उनका कार्यक्रम शीतकालीन यात्रा को लेकर था, लेकिन प्रधानमंत्री ने इस दौरान चारधाम यात्रा का भी भरपूर प्रचार किया. उन्होंने देश को यह तक बताया कि पिछले दस वर्षों में चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में कितनी बड़ी बढ़ोतरी हुई है. प्रधानमंत्री के दौरे के बाद देशभर के श्रद्धालुओं में चारधाम यात्रा को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है
पिछले साल की तुलना में इस बार चारधाम यात्रा दस दिन पहले शुरू हो रही है. वर्ष 2024 में यात्रा का शुभारंभ 10 मई को हुआ था, जबकि इस बार यह 30 अप्रैल से शुरू हो रही है. इस बार यात्रा का समय ज्यादा होने से श्रद्धालुओं की संख्या में भी इजाफा होने की उम्मीद है.
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पिछले साल प्राकृतिक आपदाओं और कम दिन चलने के बावजूद 48,04,215 तीर्थयात्री चारधाम यात्रा पर पहुंचे थे, जबकि वर्ष 2023 में रिकॉर्ड 56,18,497 श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा की थी. इस बार यात्रा के पहले ही सप्ताह में भारी संख्या में पंजीकरण होना दर्शाता है कि श्रद्धालुओं की संख्या नया रिकॉर्ड बना सकती है.
चारधाम यात्रा के तहत चारों धामों के कपाट खोलने की तिथियां तय कर दी गई हैं:
30 अप्रैल: गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे.
02 मई: केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे.
04 मई: बदरीनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे.
चारधाम यात्रा के दौरान सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण को लेकर विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं. प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तीर्थयात्री सहायता प्राप्त कर सकें.
सरकार ने चारधाम यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं:
ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली: श्रद्धालु वेबसाइट और मोबाइल एप के माध्यम से यात्रा के लिए पंजीकरण कर सकते हैं.
स्वास्थ्य और आपातकालीन सेवाएं: प्रमुख पड़ावों पर मेडिकल कैंप, डॉक्टर और एंबुलेंस सेवाएं तैनात रहेंगी.
सुरक्षा प्रबंधन: संवेदनशील क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे और पुलिस बल तैनात किए जाएंगे.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को लगातार मॉनिटर किया जा रहा है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा
इस बार चारधाम यात्रा के प्रति श्रद्धालुओं का जोश और उत्साह देखते ही बन रहा है. पांच दिन में सात लाख से अधिक यात्रियों का पंजीकरण कराना इस बात का संकेत है कि यात्रा में इस बार रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु पहुंच सकते हैं. प्रधानमंत्री मोदी के दौरे और राज्य सरकार की तैयारियों से यात्रा के सफल और सुरक्षित संचालन की पूरी उम्मीद है.
Source: IOCL






















