बाराबंकी में कुलदेवता का मिलान न होने पर बैरंग लौटी बारात, दुल्हन ने दूल्हे पर लगाए कई आरोप
UP News: बाराबंकी में दुल्हन ने दूल्हे को शादी के मंडप में शादी करने से मना कर दिया. दुल्हन ने कहा दूल्हा शराब पीकर आया था. इसके साथ ही हम लोगों के कुल देवता का मिलान भी नहीं है.

Barabanki News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में लड़की पक्ष वालो ने बिना दुल्हन बिदा किए ही बारात वापिस कर दी. जानकारी के अनुसार जिले के गांव उदौली में रविवार को बारात पहुंची थी. बारात पहुंचने के बाद लड़की पक्ष वालो ने बारातियों का स्वागत सत्कार किया. द्वार पूजा और जय माल कार्यक्रम के दौरान बारातियों ने जमकर डांस किया.
मंडप में पहुंचते ही लड़की पक्ष के लोगों ने शादी तोड़ते हुए दुल्हन को विदा करने से इंकार कर दिया. दूल्हे पक्ष के लोगों ने कई बार मिन्नतें की, रातभर हंगामा चलता रहा. दोनों पक्ष के लोग आपस में भीड़ गए, मारपीट भी हुई. आखिर में सुबह बारातियों को बिना दुल्हन बैरंग लौटना पड़ा.
कुलदेवता का मिलान न हो पाने से तोड़ी शादी
दरअसल मामला बाराबंकी जनपद के सफदरगंज थाना क्षेत्र का है, जहां उद्धौली गांव में बीते रविवार को बारात पहुंची हुई थी. सोमवार सुबह लड़के पक्ष के लोगों ने थाने पहुंचकर पुलिस को लिखित तहरीर दी कि लड़की पक्ष के लोग लड़की के लिए लाई सोने चांदी के जेवरात हड़पने की नीयत से शादी तोड़ देना चाह रहे है, उधर लड़की पक्ष के लोगों का कहना था कि कुलदेवता का मिलान नहीं हो पाया इसलिए शादी तोड़ दी. वही दुल्हन का आरोप है कि अपनी बारात में दूल्हा शराब पीकर आया था, इसलिए उसने शादी से इनकार कर दिया.
फिलहाल सफदरगंज पुलिस ने दोनों पक्षों के बीच समझौता करा दिया है. समझौते के तहत लड़के पक्ष के लोगों को दहेज में मिला सामान लौटाने को कहा गया है. इसी के साथ पुलिस के समक्ष लिखित रूप से दोनों पक्षों की सहमति से शादी तोड़ने पर हस्ताक्षर कराए गए हैं.
दूल्हा मंडप में शराब पीकर आया था
आपको बता दे जिले के असंदा थाना क्षेत्र के तेलमहा गांव निवासी गंगा राम के बेटे आशीष कुमार की रविवार को सफदरगंज थाना क्षेत्र के लोहारपुर गांव निवासी संजना से शादी होनी थी. रविवार शाम 7 बजे लोहारपुर गांव में बारात पहुंची थी. शादी के द्वारचार से लेकर जयमाल तक सभी कार्यक्रम पूरे धूमधाम से हुए. पर जयमाल के दौरान दुल्हन को लड़के के कोट की जेब से एक चमड़े के बने हुए कुलदेवता की तस्वीर मिल गई. तस्वीर देखने के बाद रात करीब 12:30 बजे लड़की ने यह कहते हुए शादी से इनकार कर दिया कि हम दोनों परिवारों के कुलदेवता अलग-अलग हैं. साथ ही संजना ने ये भी आरोप लगाया कि दूल्हा मंडप में शराब के नशे में धुत होकर आया था.
आशीष ने बताया कि वह प्राइवेट कंपनी में काम करता है. उसका संजना से एक साल से प्रेम संबंध था. इसके चलते परिवार ने दहेज की कोई डिमांड नहीं की थी. ज्वैलरी और पैसे हड़पने के लिए ही दुल्हन पक्ष के लोगों ने उन्हें शादी के जाल में फंसाया था. आशीष का कहना है कि संजना की बड़ी बहन की भी इसी तरह डरा-धमका कर शादी हुई थी.
घर जाकर ताला तोड़कर किया चेक
लड़की के शादी से इंकार करने के बाद दूल्हे पक्ष के लोग मिन्नतें करने लगे. लड़की पक्ष से कुछ महिलाओं ने दूल्हे के घर जाकर ताला तोड़कर बक्से में रखे कुलदेवता की जांच भी की. इसके बाद भी लड़की पक्ष के लोग अपनी बात पर अड़े रहे. इसी बात को लेकर दूल्हा-दुल्हन पक्ष के दो दर्जन से अधिक लोगों में मारपीट होने लगी. जिसमें कुछ लोगों को मामूली चोटें भी आई. अंत बारात बिना दुल्हन लिए ही वापस हो गई. सोमवार को सफदरगंज थाने में तहरीर देते हुए लड़के आशीष ने बताया कि शादी तोड़ने के बाद दुल्हन के परिजनों ने ज्वैलरी और शादी का खर्च करीब डेढ़ लाख रुपए नगद वापस करने को कहा.
दूल्हे पक्ष की तहरीर के बाद सोमवार दोपहर पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने में बुलाकर लिखित समझौता करा दिया. दुल्हे पक्ष की ओर से दी गई ज्वैलरी और दुल्हन पक्ष के शादी के खर्च को वापस कराने के बाद इस शादी को लिखित रूप से तोड़ दिया गया. पुलिस अधीक्षक बाराबंकी ने बताया कि लड़के पक्ष की ओर से तहरीर मिली थी, लड़की पक्ष से बातचीत हुई तो दोनों के बीच समझौता हो गया है. एक दूसरे के खिलाफ अब कोई कार्यवाही नहीं करना चाहते है.
यह भी पढ़ें- वाराणसी में मसान की होली पर शुरू हुआ विरोध, हिंदू संगठन क्यों कर रहे प्रदर्शन?
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL





















