Asad Ahmed Encounter: अतीक के बेटे असद के पोस्टमार्टम के बाद अब इस बात के इंतजार में पुलिस, शव का क्या होगा?
Atiq Ahmad News: यूपी एसटीएफ के एडीजी ने कहा, यह क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम की जड़ों पर हमला था. अगर गवाहों की इस तरह से हत्या होगी तो कोई भी व्यक्ति गवाही देने के लिए खड़ा नहीं होगा.

Asad Ahmed Encounter: अतीक अहमद के बेटे और उसके एक सहयोगी की मौत के बाद अब उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. शवों का पोस्टमार्टम कराया जा चुका है. यह जानकारी यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने दी. अमिताभ यश ने बताया असद और गुलाम को कल एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया था. इन दोनों ने प्रयागराज में दो कॉन्स्टेबल की हत्या की थी और साथ ही एक महत्वपूर्ण गवाह उमेश पाल का मर्डर किया था. इनके फोटो घटनास्थल के आसपास लगे सभी सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हो गए थे. ये फुटेज पूरे देश में मीडिया के माध्यम से प्रचारित हुए थे.
उत्तर प्रदेश एसटीएफ के एडीजी ने आगे बताया कि इस मामले में कल रात ही एसटीएफ के डिप्टी एसपी नवेंदु कुमार द्वारा एफआईआर दर्ज करा दी गई है. साथ ही इनके पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई भी समाप्त हो गई है. अब पुलिस इंतजार कर रही है कि इनके परिवार वाले इनकी बॉडी को क्लेम करें और उनका अंतिम संस्कार कराया जा सके.
#WATCH | Asad & Ghulam were killed in an encounter yesterday. FIR was registered yesterday, postmortem has been done. Police are now waiting for their families to claim their bodies so that their last rites can be conducted: Amitabh Yash, ADG, Uttar Pradesh STF pic.twitter.com/c8Ey9avNrM
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 14, 2023
क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम की जड़ों पर हमला- एडीजी
वहीं गुड्डु मुस्लिम को लेकर उन्होंने कहा कि एसटीएफ की टीम लगातार इनको ट्रैक करने की कोशिश कर रही है, लेकिन इसपर अभी कोई और अपडेट नहीं है. यह उन कुछ ऑपरेशन में से एक है जिसमें एसटीएफ ने अपनी सभी टीम को लगा दिया था और अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी. इसके पहले बहुत कम केस में ऐसा हुआ है. यह केस इतना महत्वपूर्ण था. इस प्रकार का मर्डर एक माफिया गैंग द्वारा किया गया. वह क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम की जड़ों पर हमला था. अगर गवाहों की इस तरह से हत्या होगी तो फिर कोई भी व्यक्ति गवाही देनें के लिए खड़ा नहीं होगा और पूरा क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम ही खत्म हो जाएगा.
अमिताभ यश ने आगे बताया कि, इनके द्वारा कुछ और घटनाएं की जा सकती थीं, जिससे पुलिस और ज्यादा बैकफुट पर आ जाती. आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटाने में और मुश्किल होगी. खासकर ऐसे अपराधी जो सीधे तौर पर शामिल नहीं हैं, लेकिन षड़यंत्र में शामिल रहे हैं. उम्मीद है कि अब जांच भी ठीक तरह से होगी और सभी आरोपियों को हम कड़ी से कड़ी सजा दिलाने में कामयाब होंगे.
Source: IOCL






















