'गोरखपुर में चल रहा है गोरखधंधा', अखिलेश यादव ने बीजेपी पर लगाया अवैध कब्जों का आरोप
UP News: सपा चीफ अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार दिखावे के लिए एनकाउंटर कराती है. एनकाउंटर से कानून व्यवस्था नहीं सुधरती है. सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए एनकाउंटर करती है.

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज बुधवार (17 सितंबर) को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी पर जमकर हमला बोला. इस दौरान सपा चीफ अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार में हर तरह का अवैध कारोबार हो रहा है, जमीनों पर अवैध कब्जे हो रहे हैं. अवैध कब्जों में बीजेपी सरकार के लोग शामिल है. बीजेपी सभी भूमाफियाओं और अवैध कारोबारियों से मिली हुई है. नौ साल की सरकार के बाद भी बीजेपी सरकार गौ तस्करी नहीं रोक पाई.
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी के लोग लगातार जमीनों पर कब्जा कर रहे है. भगवान श्रीराम की पावन धरती अयोध्या में बड़े पैमाने पर जमीनों की लूट हुई है. इसकी शिकायत राजनीतिक दलों के साथ आम लोगों ने भी की. यह आज रहस्य का विषय है कि कुछ मिनट में जमीन की कीमत इतनी ज्यादा कैसे हो सकती है. इसी तरह से वाराणसी में जमीनों में घपला हुआ है. जमीनों को लेकर गोरखपुर में गोरखधंधा चल रहा है. गोरखपुर में गोरखधंधा केवल जमीनों को लेकर ही नहीं हो रहा है बल्कि हर तरह का गोरखधंधा चल रहा है. गोरखपुर में जमीनों के साथ अन्याय, उत्पीड़न का भी गोरखधंधा चल रहा था.
गोकसी करने वाले लोग बीजेपी के अंदर- अखिलेश यादव
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी कानूनी और गैरकानूनी स्लॉटर हाउस के नाम पर वोट की राजनीति करती थी, गौ तस्करी के मामले में गोरखपुर में एक नीट की तैयारी कर रहे नौजवान की जान चली गई. इसके खिलाफ आम जनता सड़कों पर थी. बीजेपी सरकार में कानून व्यवस्था पर जीरों टॉलरेंस का नारा जीरो हो चुका है. गोकसी करने वाले लोग बीजेपी के अंदर हैं, सरकार और प्रशासन मिलकर यह अवैध कार्य करा रही है.
एनकाउंटर से कानून व्यवस्था नहीं सुधरती है- अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार दिखावे के लिए एनकाउंटर कराती है. एनकाउंटर से कानून व्यवस्था नहीं सुधरती है. सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए एनकाउंटर करती है. जब मुख्यमंत्री सजातीय लोगों और एक ही विचारधारा के लोगों की थानों में पोस्टिंग करेंगे तो कानून व्यवस्था में कैसे सुधार होगा. क्या एनकाउण्टर से हत्या, लूट, डकैती रूक गयी?
Source: IOCL





















