Asaduddin Owaisi Security: पिता की राह पर चले असदुद्दीन ओवैसी, इस वजह से ठुकराई Z श्रेणी की सुरक्षा
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने अपने पिता की तरह कभी सिक्योरिटी का इस्तेमाल नहीं किया. वे कई बार बिना सुरक्षा के विभिन्न राज्यों के निर्वाचन क्षेत्रों में लोगों से मिलने के लिए दोपहिया वाहन पर नजर आए हैं

Asaduddin Owaisi Security: दो दिन पहले एआईएमआईएम (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की गाड़ी पर उत्तर प्रदेश के छिजारसी टोल प्लाजा के पास हमला हुआ था. जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर सांसद असदुद्दीन औवेसी को जेड कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की गई थी. लेकिन ओवैसी ने जेड श्रेणी की सुरक्षा को अस्वीकार कर दिया है. वहीं पार्टी के अंदरूनी सूत्रों कहना है कि इसमें हैरान होने वाली बात नहीं है क्योंकि ओवैसी को सुरक्षा दल के साथ घूमना पसंद नहीं है.
ओवैसी के पिता भी बिना सुरक्षा के दोपहिया वाहन पर चलते थे
ओवैसी हैदराबाद के पुराने शहर या विभिन्न राज्यों के अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में लोगों से मिलने के लिए दोपहिया वाहन पर भी बिना सुरक्षा के यात्रा करते हैं. वह देश में पार्टी के पदचिह्न का विस्तार करने के लिए प्रचार कर रहे हैं. यहां तक कि पूर्व सांसद और असदुद्दीन ओवैसी के पिता सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी भी 1980 के दशक में बिना किसी सुरक्षा के दोपहिया वाहन पर चलते थे. हालांकि बाद में सुरक्षा कारणों से उन्हें जीप में बैठने के लिए मजबूर होना पड़ा.
ओवैसी ने हाल ही में यूपी में हुए कार हमले के बाद भी नहीं ली सुरक्षा
असदुद्दीन ओवैसी 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव से मिलने के लिए दोपहिया वाहन पर सवार होकर पहुंचे थे. ये देखकर लोग हैरान रह गए थे. वहीं ओवैसी ने यूपी में अपनी कार पर ताजा गोलीबारी के बाद कथित तौर पर कहा, "अगर वे चाहते हैं तो उन्हें मुझे मारने दो, लेकिन मैं बिना सुरक्षा के ही घूमूंगा." गौरतलब है कि विभिन्न हलकों से धमकी भरे कॉल आने के बावजूद, ओवैसी ने 1994 में विधायक के रूप में चुनाव लड़ने और जीतने के बाद से उन्हें दी गई सुरक्षा का कभी भी उपयोग नहीं किया.
ओवैसी को फॉलो करने वाली बाइक सवार एक टीम उनके साथ होती है
हालांकि, अगर सांसद को मदद की ज़रूरत होती है, तो उनके पास बाइक पर उनको फॉलो करने वाली एक टीम होती है. बता दें कि 2011 में अपने भाई और चंद्रयानगुट्टा विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी पर हुए हमले के बाद ओवैसी ने सुरक्षा कवर लेने से इनकार कर दिया था. हमले से पहले, अकबरुद्दीन भी बिना सुरक्षा के चले जाते थे. हालांकि हमले के बाद उन्हें बुलेट प्रूफ कार दी गई और सुरक्षा बढ़ा दी गई, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है.
ये भी पढ़ें
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL






















