जैसलमेर में किसान की हत्या के बाद तनाव, प्रशासन की सख्ती के बाद हुआ अंतिम संस्कार
Jaisalmer Farmer Murder : जैसलमेर में किसान खेत सिंह की हत्या के बाद तनाव बढ़ गया. लोगों की मांग पर प्रशासन ने आरोपियों की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलाया. इसके बाद अंतिम संस्कार हुआ.

जैसलमेर जिले में किसान हत्याकांड मामले के बाद शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे खेत सिंह का अंतिम संस्कार भारी पुलिस सुरक्षा के बीच किया गया. अंतिम संस्कार से पहले प्रशासन और ग्रामीणों के बीच लंबी बातचीत चली, जिसके बाद प्रशासन ने आरोपियों की अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई की. इसके बाद ही लोग अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए.
घटना के विरोध में गुरुवार को सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आए थे. प्रदर्शनकारियों ने शव को अपने कब्जे में लेकर अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया था और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की थी. भीड़ ने उग्र होकर आगजनी की और कई दुकानों व वाहनों में तोड़फोड़ कर दी. यहां तक कि आरोपियों के परिवार के डंपर को भी जला दिया गया. हालात बिगड़ने पर पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. इस दौरान पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल हुए और दो दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया.
जब तक नहीं चलेगा बुलडोजर, नहीं होगा अंतिम संस्कार- पंचायत
प्रशासन के सामने गुरुवार देर रात पंचायत में कई शर्तें रखी गई थीं. ग्रामीणों ने मांग की थी कि जब तक आरोपियों की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर नहीं चलता, तब तक वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. इसके बाद प्रशासन ने देर रात कार्रवाई करते हुए आरोपियों की कई अवैध दुकानों को ढहा दिया और सरकारी जमीन पर की गई तारबंदी हटाई. साथ ही कब्जाई हुई जमीन को भी खाली कराया गया.
शिकार रोकने को लेकर हुई थी हत्या
किसान खेत सिंह की हत्या का कारण शिकार रोकने की कोशिश बताई जा रही है. जानकारी के अनुसार, खेत सिंह ने दूसरे संप्रदाय से जुड़े कुछ युवकों को शिकार करने से रोका था. इससे नाराज होकर आरोपियों ने उनकी जमकर पिटाई की. गंभीर रूप से घायल किसान को बाड़मेर अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
इलाके में बरकरार है तनाव
इस घटना ने राजनीतिक तूल भी पकड़ लिया है. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. वहीं, यह मामला बुधवार को राजस्थान विधानसभा में भी गूंजा. कांग्रेस के पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद ने आरोप लगाया कि इस घटना के बाद संप्रदाय विशेष के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है.
फिलहाल प्रशासन ने भारी पुलिस बल की तैनाती कर हालात पर काबू पा लिया है. हालांकि, इलाके में तनाव बरकरार है और अधिकारी हालात पर कड़ी निगरानी बनाए हुए हैं.
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Source: IOCL
























