सरकारी इंजीनियर को बाहर निकाला और ऑफिस कुर्क कर दिया, क्या है पूरा मामला?
Kota News: कोटा में एडिशनल चीफ इंजीनियर को बाहर निकालकर ऑफिस पर ताला जड़ दिया गया. कोर्ट के आदेश पर कुर्की की कार्रवाई की गई है.

Rajasthan News: कोटा में नोटिस को नजरअंदाज करना पीएचईडी के एडिशनल चीफ इंजीनियर को महंगा पड़ गया. अदालत की टीम ने एडिशनल चीफ इंजीनियर शुभांशु दीक्षित का ऑफिस कुर्क कर दिया.
कुर्की की कार्रवाई ठेकेदार के 1.52 करोड़ रुपये नहीं चुकाने की एवज में की गई. स्पेशल सेल आमीन सरविंदर कौर ने बताया कि अदालत ने फरवरी में 1.52 करोड़ रुपये देने के निर्देश दिए थे. बकाया भुगतान का मामला राणा प्रताप सागर बांध के पास अम्बुकुई गांव में इंटेक वेल निर्माण कार्य का है. उन्होंने कहा कि मैसर्स चंडी एंड कंपनी को 1997 में ठेका मिला था.
संवेदक फर्म से जुडे हितेश ने बताया कि वर्ष 1999 में काम पूरा होने के बाद पीएचईडी ने भुगतान नहीं किया. बार-बार तकादा के बाद भी भुगतान नहीं होने पर मामला कोर्ट में चला गया. संवेदक फर्म के पक्ष में अवार्ड कोर्ट ने पारित किया. पीएचईडी अदालत की शरण में आया.
अदालत ने पीएचईडी की आपत्ति को खारिज कर संवेदक फर्म के पक्ष में फैसला सुनाया. पीएचईडी के आदेश पर भी संवेदक फर्म को 1.52 करोड़ का भुगतान नहीं किया गया. ऐसे में छह बार पीएचईडी को भुगतान करने के लिए मौका मिला.
इंजीनियर के ऑफिस का सामान सीज
लगातार नोटिस के बाद भी 1.52 करोड़ रुपये का भुगतान नहीं करने पर बड़ी कार्रवाई की गयी. वाणिज्य कोर्ट ने 18 जुलाई को कुर्की वारंट जारी किया. सोमवार को स्पेशल सेल आमीन ने कुर्की वारंट की तामील करवाई. उन्होंने मौके पर पहुंचकर पीएचईडी के इंजीनियर का ऑफिस कुर्क कर दिया. कार्रवाई से पहले एडिशनल चीफ इंजीनियर को बाहर जाने का आदेश मिला. अदालत की टीम ने टेबल, कुर्सी, पंखे, एसी सहित पूरा ऑफिस सीज कर दिया.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























