![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-top.png)
HPSC Exam Fraud Case: ईडी ने ओएमआर स्कैनिंग कंपनी के निदेशक को किया गिरफ्तार, पीएमएलए कोर्ट में किया पेश
HPSC Exam Fraud Case: मामला एचपीएससी परीक्षा के माध्यम से अभ्यर्थियों के चयन में कथित धोखाधड़ी से संबंधित है. अश्विनी कुमार ‘पारू डेटा सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड’ के निदेशक और नियंत्रक हैं.
![HPSC Exam Fraud Case: ईडी ने ओएमआर स्कैनिंग कंपनी के निदेशक को किया गिरफ्तार, पीएमएलए कोर्ट में किया पेश Enforcement Directorate Aarrests Director of OMR scanning company In HPSC Exam Fraud Case produced in PMLA court HPSC Exam Fraud Case: ईडी ने ओएमआर स्कैनिंग कंपनी के निदेशक को किया गिरफ्तार, पीएमएलए कोर्ट में किया पेश](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/08/05/d1d562db05fd3db163899b9142781a191691202112508658_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Haryana News: हरियाणा लोक सेवा आयोग (Haryana Public Service Commission) की भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की ओएमआर शीट स्कैन करने वाली कंपनी के निदेशक को धनशोधन रोधी कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है. प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. एक बयान में कहा गया कि अश्विनी कुमार उर्फ अश्विनी शर्मा को दो अगस्त को हिरासत में लिया गया था और पंचकूला (Panchkula) स्थित एक विशेष धन शोधन निवारण अधिनियम (Prevention of Money Laundering Act) अदालत ने गुरुवार को उन्हें पांच दिन की ईडी की हिरासत में भेज दिया.
क्या है मामला
मामला एचपीएससी परीक्षा के माध्यम से अभ्यर्थियों के चयन में कथित धोखाधड़ी से संबंधित है. अश्विनी कुमार ‘पारू डेटा सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड’ के निदेशक और नियंत्रक हैं. एजेंसी के अनुसार, कंपनी 2021 में आयोजित एचपीएससी परीक्षा में उपस्थित होने वाले अभ्यर्थियों की ओएमआर शीट की स्कैनिंग का काम संभाल रही थी. ईडी ने आरोप लगाया, ‘‘उन्होंने संबंधित जानकारी छिपाई और जांच को गुमराह कर रहे थे.’’
प्रवर्तन निदेशालय ने क्या कहा
ईडी ने कहा, ‘‘अश्वनी शर्मा ने बिचौलियों के माध्यम से रिश्वत के बदले हरियाणा दंत सर्जन परीक्षा और हरियाणा सिविल सेवा (एचसीएस) प्रारंभिक-परीक्षा सहित एचपीएससी की विभिन्न परीक्षाओं में अभ्यर्थियों को फर्जी तरीके से चयनित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.’’ ईडी ने कहा, ‘‘वह उन अभ्यर्थियों की मूल प्रतियों के साथ-साथ ओएमआर शीट की कार्बन प्रतियों में खाली छोड़े गए गोले को भरता था, जिनसे उक्त परीक्षाओं में फर्जी तरीके से उत्तीर्ण होने के लिए रिश्वत ली जाती थी.’’
धनशोधन का मामला हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की एक प्राथमिकी से सामने आया है जो 17 नवंबर, 2021 को दर्ज की गई थी और इसके बाद आरोप पत्र दायर किया गया था.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/045c7972b440a03d7c79d2ddf1e63ba1.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)