पंजाब: स्थानीय निकाय चुनाव की मतगणना से पहले HC पहुंची कांग्रेस, रखी ये बड़ी मांग
Amarinder Singh News: अमरिंदर राजा वडिंग ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है. यह याचिका चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता, विश्वसनीयता और शुद्धता बनाए रखने के लिए दायर की गई है.

पंजाब में जिला परिषद और ब्लॉक समिति के चुनाव की मतगणना बुधवार (17 दिसंबर) को होनी है. लेकिन उससे पहले पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है जिसमें मतगणना की वीडियोग्राफी करने के आदेश देने की मांग की गई है. याचिका पर सुनवाई मंगलवार (16 दिसंबर) को होगी.
चुनावी मतगणना से पहले कांग्रेस अध्यक्ष ने धांधली न होने की वजह से यह याचिका दायर की है. इसमें चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्षता से कराने के लिए भी कहा गया है. जिसकी वजह से हाईकोर्ट से वीडियोग्राफी के जरिए मतगणना कराए जाने के लिए कहा गया है.
दायर की गई याचिका में क्या कहा?
याचिका में कहा गया है कि ये याचिका चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता, विश्वसनीयता और शुद्धता बनाए रखने के लिए दायर की गई है. याचिका में कहा गया है कि बावजूद इसके कि मतगणना की वीडियोग्राफी करना कानूनी रूप से स्थापित प्रक्रिया है.
पंजाब में जिला परिषद और ब्लॉक समिति के चुनाव में मतगणना की वीडियोग्राफी नहीं की जाती जिससे चुनावी प्रक्रिया के महत्वपूर्ण प्रक्रिया का कोई रिकॉर्ड नहीं बचता. मतगणना की वीडियोग्राफी न होने से ये प्रक्रिया निष्पक्ष न होने का अंदेशा रहता है और इससे जनता का लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विश्वास कम होता है.
मामले पर क्या बोले अमरिंदर राजा वडिंग?
कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर राजा वडिंग ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि चुनाव में संदेह की कोई गुंजाइश नहीं रहनी चाहिए. इसीलिए मैंने जिला परिषद और ब्लॉक समिति चुनावों में वोटों की गिनती की वीडियोग्राफी की मांग करते हुए पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का रुख किया है.
Elections should leave no room for doubt.
— Amarinder Singh Raja Warring (@RajaBrar_INC) December 15, 2025
That’s why I’ve moved the Punjab & Haryana High Court seeking videography of vote counting in Zila Parishad and Block Samiti polls.
People have the right to see that every vote is counted fairly.
Transparency is the soul of democracy. pic.twitter.com/fPQNDsKJvj
उन्होंने आगे कहा कि लोगों को यह देखने का अधिकार है कि प्रत्येक वोट निष्पक्ष रूप से गिना जाए. पारदर्शिता लोकतंत्र की आत्मा है. कांग्रेस अध्यक्ष के इस कदम पर राजनीतिक गलियारों में चर्चा छिड़ गई है. फिलहाल इस मामले में अभी सुनवाई होना बाकी है.
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