वसई-विरार में गणपति मंदिर के पास ढही चार मंजिला बिल्डिंग, 2 की मौत, मलबे में फंसे कई लोग
Virar Building Collapse: वसई-विरार में चार मंजिला इमारत ढह गई. मलबे में 20 लोगों के फंसे होने की आशंका है. 6 लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया है. इमारत 10 साल पुरानी है और इसे 'खतरनाक' घोषित किया गया था.

महाराष्ट्र के वसई-विरार में मंगलवार- बुधवार (27-28 अगस्त) के बीच देर रात बड़ा हादसा हो गया. यहां विजय नगर विरार ईस्ट में गणपति मंदिर के पास एक चार माले की बिल्डिंग गिर गई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि 9 का रेस्क्यू कर उन्हें अस्पताल भेजा गया है.
देर रात लगभग 1.00 बजे के आस-पास गिरी रमाबाई अपार्टमेंट नाम की चार मंजिला बिल्डिंग के नीचे अब भी 15 से 20 लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है. यह संख्या और भी ज्यादा हो सकती है.
स्वामी समर्थ नगर, रामू कंपाउंड, नारंगी फाटा, विरार में रमाबाई अपार्टमेंट नामक चार मंजिला इमारत की चौथी मंजिल का एक हिस्सा ढह गया है. अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. हालांकि, पुलिस ने अब तक 9 लोगों को बचाकर अस्पताल पहुंचाया है.
सर्च ऑपरेशन जारी
एनडीआर की एक टीम मौके पर पहुंच गई है और तलाशी अभियान जारी है. आशंका जताई जा रही है कि इमारत के मलबे में अभी 15 से 20 नागरिक फंसे हुए हैं.
10 साल पहले बनी थी इमारत
यह इमारत दस साल पहले बनी थी और नगर निगम ने इसे बेहद खतरनाक इमारत घोषित किया था. रमाबाई अपार्टमेंट को अब ध्वस्त कर दिया गया है.
विधायक स्नेहा पंडित दुबे ने जानकारी दी है कि विरार के नारंगी में 10-15 साल पुरानी बिल्डिंग गिरने से यह हादसा हुआ है. अब तक 9 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है. करीब 20 और लोगों के फंसे होने की आशंका है. पूरी एनडीआरएफ की टीम, माहनगर पालिका और पुलिस की टीमें बचाव अभियान में जुटी हुई हैं.
संकरी गली होने की वजह रेस्क्यू मुश्किल
विधायक द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, जिस जगह हादसा हुआ वहां अभी ऐसी स्थिति है कि मौके पर रेस्क्यू के लिए न गाड़ी जा पा रही है न ही कोई एंबुलेंस. रेस्क्यू टीम को बिना किसी सहायता है हाथों से ही बचाव अभियान को अंजाम देना पड़ रहा है. इसलिए इसमें समय लग रहा है. टीमें अपना 100 परसेंट दे रही हैं. फिलहाल, 20-25 और जवानों के साथ एनडीआरएफ की एक और टीम बुलाई गई है.
मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए जेसीबी मशीन की जरूरत होगी, लेकिन वहां तक जेसीबी पहुंचना भी मुश्किल है, जिस वजह से एनडीआरएफ को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है.
Source: IOCL





















