PAK की पोल खोलने वाले डेलीगेशन में शामिल न होने से नाराज हैं संजय राउत, बोले- 'हमसे किसी ने पूछा नहीं'
All Party Delegation: संजय राउत ने केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पर नाराजगी जताई है. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी इस मुद्दे पर भी राजनीति कर रही है.

Sanjay Raut on All Party Delegation: पाकिस्तान और वहां पलने वाले आतंकवाद का पर्दाफाश करने के लिए केंद्र सरकार ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल तैयार किया है, जिसमें शामिल सांसद विदेशों में जाकर पाकिस्कान की नापाक हरकतों की पोल खोलेंगे. इस डेलीगेशन में उद्धव ठाकरे गुट के सांसद शामिल नहीं हैं, जिससे संजय राउत नाराज हैं. उन्होंने बीजेपी पर इस मामले में भी राजनीति करने का आरोप लगाया है.
प्रेस कांफ्रेंस के जरिए संजय राउत ने दावा किया, "बीजेपी इस मामले में भी राजनीति कर रही है, यह ठीक नहीं है. आपको विपक्ष का समर्थन भी चाहिए और आप इस मामले में विपक्ष को तोड़ना भी चाहते हैं. यह बहुत ही गलत बात है. विपक्ष ने केवल एक मांग की थी कि कश्मीर और ऑपरेशन सिंदूर पर एक विशेष सत्र रखें, लेकिन सरकार ने वह नहीं किया. उस सत्र के बाद आपको डेलीगेशन भेजना चाहिए था, लेकिन आप अपनी मर्जी के सांसदों को भेज रहे हैं. शिवसेना यूबीटी के लोकसभा में 9 सदस्य हैं, हमसे किसी ने पूछा ही नहीं."
Mumbai, Maharashtra: On the all-party delegation visiting key partner countries as part of India's global outreach against terrorism, Shiv Sena (UBT) leader Sanjay Raut says, "The BJP is politicizing this matter as well. This is not right. You want the opposition’s support, but… pic.twitter.com/6ZeMkDfVse
— IANS (@ians_india) May 18, 2025
'सर्वदलीय डेलीगेशन में हर पार्टी को शामिल करना चाहिए था'
संजय राउत का यह भी कहना है, "सबसे पहले सरकार को प्रतिनिधिमंडल भेजने की जरूरत नहीं थी. आप ही बताएं इसकी क्या जरूरत थी? स्पेशल सेशन के बाद ही उन्हें यह फैसला लेना चाहिए था. त्रिणमूल कांग्रेस के 34 सदस्य हैं, समाजवादी पार्टी के 40 सदस्य हैं. लालू प्रसाद यादव की पार्टी के 4-5 मेंबर्स भी हैं. आप ऑल पार्टी डेलीगेशन की बात करते हैं तो आपको हर पार्टी से सांसदों को लेना चाहिए था."
'सांसदों को विदेश क्यों घुमा रहे हैं?'
संजय राउत ने दूसरी मांग बताते हुए कहा, "सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल कश्मीर में लेकर जाना चाहिए. न आप विशेष सत्र ले रहे हैं, न ही डेलीगेशन को कश्मीर लेकर जा रहे हैं, लेकिन सांसदों को विदेश घुमा रहे हैं. ये लोग वहां जाकर क्या करेंगे? इस मुद्दे का आप अंतरराष्ट्रीयकरण करना चाहते हैं? इजराइल और गाजा का युद्ध चल रहा है, वहां के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमारे यहां या अमेरिका में तो कोई डेलीगेशन नहीं भेजा. जेलेंस्की और पुतिन ने भी कोई प्रतिनिधिमंडल नहीं भेजा, तो हम क्या कर रहे हैं?"
Source: IOCL
























